आचार्य चाणक्य की नीति आज भी जीवन के हर पहलू में मार्गदर्शक की भूमिका निभा रही है.
चाणक्य नीति में कहा गया है कि लालची व्यक्ति की मदद भूलकर भी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि वो धोखा दे सकता है.
चाणक्य के अनुसार आलसी लोगों की मदद समाज के लिए किसी भी रूप में लाभकारी नहीं होती.
आलसी व्यक्ति समय पर कोई कार्य नहीं कर पाता, जिससे उसकी मदद व्यर्थ जाती है.
स्वार्थी लोगों की मदद से बचना चाहिए क्योंकि वे सिर्फ जरूरत के समय साथ होते हैं और काम निकलते ही मुंह मोड़ लेते हैं.
चाणक्य नीति चेतावनी देती है कि नशे में डूबे व्यक्तियों की मदद करना खुद के लिए खतरे की घंटी हो सकती है.
ऐसे व्यक्तियों से जुड़ाव भविष्य में नुकसान का कारण बन सकता है, इसलिए सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है.