आचार्य चाणक्य ने संकट से निकलने का रास्ता बताया है.
संकट के समय छोटी सी गलती भी बड़ा नुकसान कर सकती है, इसलिए बरतें विशेष सावधानी.
हर चुनौती से निकलने के लिए पहले से रणनीति बनाना बेहद जरूरी है.
मुश्किल समय में सबसे पहली जिम्मेदारी होती है अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करना.
स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें, क्योंकि संकट में ताकत और हिम्मत वहीं से आती है.
आर्थिक सुरक्षा के लिए धन की बचत करना जीवन का जरूरी हिस्सा होना चाहिए.
संकट काल में समझदारी से फैसले लें, जल्दबाजी नुकसान कर सकती है.
हर स्थिति में संयम बनाकर रखना आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाता है.
चाणक्य कहते हैं, आपत्ति काल में धैर्य सबसे बड़ी शक्ति होती है.
संकट को अवसर में बदलने के लिए दृढ़ निश्चय और आत्मविश्वास आवश्यक है.