आचार्य चाणक्य ने कहा है कि हमें कुत्तों के चार गुणों को अपनाने चाहिए.
चाणक्य ने कहा है कि कुत्ते जैसी नींद अपनाओ, हर वक्त अलर्ट रहो, थोड़ी सी आहट में उठने से बुरी परिस्थितियां पहचान सकते हो.
कुत्ते से सीखो वफादारी, काम और रिश्तों में पूरी ईमानदारी रखो, वफादारी से सफलता मिलती है.
संतुष्ट रहो कुत्ते की तरह थोड़ा में खुश रहो, लालच से बचो, शांत रहो.
ज्यादा की चाहत से जीवन में परेशानी आती है, जो है, उसी में संतुष्ट रहो.
निडर रहो, कुत्ते की तरह मुसीबत का सामना करो. साहस से सब कुछ आसान हो जाता है.
जो मिल रहा है, उसकी कद्र करो, ज्यादा चाहत से परेशानी बढ़ती है, संतोष ही असली खुशी है.
मुसीबत से न भागो, कुत्ते की तरह सामने खड़े हो जाओ, हर डर का मुकाबला करो.
चाणक्य नीति की माने तो कुत्ते से गुण अपनाकर, सफलता पा सकते हो.