चाणक्य की ये नीतियां बेइज्जती से बचा सकती हैं
हर किसी को सम्मान देना सीखें . समाज में वही लोग इज्जत पाते हैं जो दूसरों की इज्जत करते हैं.
बिन बुलाए किसी के घर न जाएं. जब तक आमंत्रण न मिले, किसी के निजी जीवन में दखल न दें.
हमेशा विनम्र रहें , विनम्र स्वभाव से ही आप लोगों के दिलों में जगह बना सकते हैं.
अपनी बातें सीमित रखें, अपनी निजी और अहम बातें सभी से साझा करना नुकसानदेह हो सकता है.
बात करने से पहले सोचें, गलत समय और स्थान पर कही गई बात अपमान का कारण बन सकती है.
क्रोध पर नियंत्रण रखें , गुस्से में कहा गया एक शब्द आपकी सारी प्रतिष्ठा खत्म कर सकता है.
चाणक्य कहते हैं कि झूठ से क्षणिक लाभ मिलता है, पर इज्जत हमेशा के लिए चली जाती है.
जरूरतमंद की मदद करें, दूसरों की मदद करने वाले लोग समाज में सम्मान पाते हैं.
अपने व्यवहार में संतुलन रखें, अत्यधिक बोलना, हँसना या दिखावा करना अक्सर मज़ाक का कारण बन जाता है.