चाणक्य नीति के अनुसार जिन स्त्रियों में विशेष गुण होते हैं, उनसे विवाह करने वाला पुरुष धरती पर ही स्वर्ग भोगता है.
सुंदरता और धन को नहीं, बल्कि स्त्री के स्वभाव और गुणों को प्राथमिकता देनी चाहिए.
जो स्त्री बुरे समय में अपने जीवनसाथी का साथ न छोड़े, वही सच्चे अर्थों में विवाह योग्य है.
अपनी गलतियों को बताकर सुधार का रास्ता दिखाने वाली स्त्री, जीवन में सच्चा परिवर्तन लाती है.
जो स्त्री प्रेम के साथ-साथ सम्मान देना भी जानती है, वह जीवन को सौंदर्य और स्थायित्व दोनों देती है.
सूरत नहीं, जो स्त्री आपके गुणों से प्रेम करे, उसका साथ जीवनभर सुख देता है.
समझदार जीवनसाथी वही है जो उम्र के बदलाव को स्वीकार कर भी प्रेम में कमी न आने दे.
जिस स्त्री का जीवन कोई उद्देश्य या लक्ष्य से जुड़ा हो, वह पुरुष को भी आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है.