Chanakya Niti: स्नान को शारीरिक स्वच्छता ही नहीं, बल्कि आत्मिक और ऊर्जात्मक शुद्धि का साधन भी माना गया है.हर दिन स्नान करना जहां शरीर को ताजगी देता है, वहीं कुछ विशेष स्थितियों में स्नान करना अनिवार्य बताया गया है. आचार्य चाणक्य के अनुसार, कुछ कार्य ऐसे हैं जिन्हें करने के बाद शरीर पर नेगेटिव एनर्जी का प्रभाव पड़ता है या वह अशुद्ध हो जाता है, ऐसे में स्नान से उस अशुद्धि की शुद्धि होती है और मानसिक रूप से भी व्यक्ति तरोताजा महसूस करता है.
Chanakya Niti: स्नान को शारीरिक स्वच्छता ही नहीं, बल्कि आत्मिक और ऊर्जात्मक शुद्धि का साधन भी माना गया है.हर दिन स्नान करना जहां शरीर को ताजगी देता है, वहीं कुछ विशेष स्थितियों में स्नान करना अनिवार्य बताया गया है. आचार्य चाणक्य के अनुसार, कुछ कार्य ऐसे हैं जिन्हें करने के बाद शरीर पर नेगेटिव एनर्जी का प्रभाव पड़ता है या वह अशुद्ध हो जाता है, ऐसे में स्नान से उस अशुद्धि की शुद्धि होती है और मानसिक रूप से भी व्यक्ति तरोताजा महसूस करता है.