खुशहाल जीवन के लिए एक अच्छे घर का होना अत्यंत आवश्यक है.
हर किसी का सपना होता है उनके पास अपना एक घर हो.
जीवन भर की जमा पूंजी से अपने लिए एक घर बनाते हैं ख़रीदते हैं. जहाँ एक सुकून भरे माहौल मिले.
लेकिन घर खरीदते समय कुछ ऐसी गलती कर बैठते हैं जिसका पछतावा फिर जीवन भर होता है.
आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति में इस बात का उल्लेख किया है कि मनुष्य को घर लेते या बनाते समय किस बात का ध्यान रखना चाहिए.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, घर उस जगह पर बनवाना चाहिए या खरीदना चाहिए जहां धनवान लोग यानी पडोसी धनवान हो. यहाँ रोजगार की नई संभावनाएं बनती हैं.
घर के आसपास के पड़ोसी बुद्धिमान और समझदार होनी चाहिए. ऐसा होने से आपका जीवन सुखी हो जाता है.
घर लेते वक्त इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि वो जगह अस्पताल के करीब हो.
पानी जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है. जिस जगह भी घर लें, वहां पानी की व्यवस्था बेहतर होनी चाहिए.
जहाँ घर ले रहे हैं वहां सरकार की ओर से दी जाने वाली अच्छी व्यवस्था उपलब्ध होनी चाहिए.