चाणक्य नीति के अनुसार, दुश्मनों की संख्या बढ़ने पर घबराने की बजाय संयम रखना ही सबसे बड़ी जीत होती है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि हर परिस्थिति में मुस्कुराकर रहना ही दुश्मनों को करारा जवाब देने का तरीका है.
विरोधी तब सबसे ज्यादा कमजोर होता है, जब वह देखता है कि उसका शिकार हर हाल में खुश है.
जल्दबाजी में लिया गया कोई भी गलत फैसला खुद की हार का कारण बन सकता है, इसलिए धैर्य जरूरी है.
समस्याओं को शांत दिमाग से हल करने वाला व्यक्ति ही सही समय पर सही निर्णय लेने में सक्षम होता है.
चाणक्य नीति में बताया गया है कि किसी भी दुश्मन को हराने के लिए उसकी कमजोरी जानना सबसे जरूरी होता है.
दुश्मन की कार्यशैली, व्यवहार और आदतों का बारीकी से विश्लेषण करें, यही आपकी सबसे बड़ी ताकत बन सकती है.
संयम और सूझबूझ से लिया गया हर कदम दुश्मन पर मनोवैज्ञानिक बढ़त दिला सकता है.