आचार्य चाणक्य की नीति और शास्त्र आज भी जीवन के कई पहलुओं में मार्गदर्शन का काम करती हैं
आचार्य चाणक्य ने महिलाओं के बारे में भी कई महत्वपूर्ण बातें बताई हैं.
चाणक्य ने उन महिलाओं से दूर रहने की सलाह दी है, जो जीवन में समस्याएं लेकर आतीं हैं.
दुष्ट स्वभाव वाली महिलाओं से हमेशा दूर रहना चाहिए. ऐसी महिलाएं अपने की पूर्ति के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं.मानसिक, भावनात्मक नुकसान पहुँचाती हैं.
आलसी और अज्ञानी महिला से भी दूरी बनाए रखना चाहिए, ऐसी महिलाएं अपने परिवार और बच्चों को सही संस्कार नहीं दे पातीं.
स्वार्थी और लालची महिलाएं केवल अपने फायदे के लिए किसी के साथ होती हैं और जब उनका काम निकल जाता है तो वे किसी का भी साथ छोड़ सकती हैं.
ऐसी महिलाओं से दूर रहे जिसके एक से ज्यादा पुरुषों के साथ संबंध हो, धूम्रपान और शराब पीतीं हो, प्रतिष्ठा खराब हो सकती है.
तन की सुंदरता से ज्यादा महत्वपूर्ण है मन की सुंदरता, कुसंस्कारी महिलाओं से हमेशा दूर रहना चाहिए.