चाय में मौजूद थीनिन नामक तत्व मस्तिष्क में एक प्रकार के रासायनिक बदलाव को बढ़ावा देता है, जिसके तनाव कम होता है और थकावट को दूर करता है।
हार्ट अटैक का खतरा कम
चाय का नियमित सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है, जो रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है। जिसके कारण हार्ट अटैक का खतरा भी कम होता है।
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर
चाय में फ्लेवोनोइड्स होते हैं, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट हैं। यह शरीर में फ्री-रैडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं, जो उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने और कई बीमारियों से बचाव करने में सहायक होते हैं।
पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मददगार
चाय रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। इसके साथ ही पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करती है।
नींद की समस्या
दिन में तो चाय थकान को दूर करता है, वहीं अगर आप इसका सेवन रात में कर रहे हैं तो यह आपके लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। दरअसल, रात में चाय पीने से नींद की समस्या हो सकती है।
एसिड रिफ्लक्स की समस्या
यदि आप खाली पेट चाय पीते हैं, तो एसिड रिफ्लक्स या हार्टबर्न की समस्या हो सकती है
हड्डियों पर असर
अत्यधिक मात्रा में चाय पीने से शरीर में कैल्शियम की कमी हो सकती है, जिससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं।
दांतों को नुकसान
चाय में मौजूद टैनिन्स दांतों की सतह पर धब्बे छोड़ सकते हैं, जिससे दांतों का रंग पीला हो सकता है।