वास्तु शास्त्र में ना सिर्फ हॉल, किचन और बेडरूम बल्कि बाथरूम के बारे में भी बताया गया है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार सबसे नकारात्मक ऊर्जा बाथरूम में ही होती है. अगर बाथरूम में वास्तु दोष हो तो जीवन में दरिद्रता का वास बना रहता है.
वास्तु शास्त्र में बाथरूम में लगाए जाने वाले मिरर को लेकर भी कुछ नियम बताये गए हैं.
चलिए जानते हैं बाथरूम में मिरर लगाते समय किन नियमों का ध्यान रखना चाहिए?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बाथरूम में आईना लगाना चाहते हैं तो इससे पूर्व या उत्तर की दीवार पर लगाएं.
बाथरूम में आईना बहुत बड़े-बड़े फ्रेम ना लगाएं, इसके लिये पतले फ्रेम का इस्तेमाल करें.
आईना इतनी ऊँची पर लगाए कि जब टॉयलेट की सीट पर बैठें तो मिरर आपके सामने नहीं होना चाहिए.
बाथरूम में गोलाकार, अंडाकार या आयताकार शेप के मिरर का ही इस्तेमाल करें.
बाथरूम में मिरर लगाने के बाद हमेशा उस्की सफाई का ध्यान जरुर रखें.