महाराष्ट्र में मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को लेकर बवाल जारी है.

छत्रपती संभाजीनगर ज़िले(औरंगाबाद) के खुल्दाबाद में स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग की जा रही है.
इसी बीच औरंगजेब की मृत्यु की चर्चा छिड़ी हुई है. तो आईये जानते हैं मुगल शासक औरंगजेब की मौत कैसे हुई थी.
वैसे तो औरंगजेब की मौत को लेकर अलग अलग थ्योरी है. लेकिन बताया जाता है औरंगजेब की मौत स्वाभाविक हुई थी.
औरंगजेब का निधन 1707 में 3 मार्च को 88 वर्ष के उम्र में अहमदनगर के पास हुआ था.
इतिहासकारों के अनुसार, औरंगजेब के सामने उसके परिवार के काफी लोगों की मौत हो गई थी और वो काफी बीमार रहने लगा था.
आखिरी समय में औरंगजेब अपने द्वारा किये गए अपराधों के चलते गिल्ट में रहता था.
धीरे धीरे बुढ़ापा हावी हो रहा था और उसे अकेलापन खाये जा रहा था.
उसने आखरी समय में छोटे बेटे आजम शाह से कहा था कि " मैं पापी हूं. शायद मेरे गुनाह ऐसे नहीं, जिसे माफ किया जा सके."
1707 में 3 मार्च को औरंगजेब का आखरी दिन था. उसे तेज बुखार था
औरंगजेब ने गंभीर हालत में भी नमाज पढ़ी. तस्बीह की माला गिनने लगे और धीरे धीरे उनकी तबियत बिगड़ी.
माला गिनते - गिनते औरंगजेब बेहोश हुए फिर उनकी सांसें थम गयी. और उनकी मौत हो गयी.