अनुज कपाड़िया जिस वक्त अंदर डॉक्टर से बात कर रहा होगा, तभी बाहर आध्या थकी और टूटी हुई सी बेंच पर बैठी ऊंघ रही होगी।
अनुपमा छिपकर अपनी बेटी को देख रही होगी। उससे रहा नहीं जाएगा, और वह आकर अपनी बेटी को संभालेगी। आध्या भी शॉक में होगी और वो अनुपमा से लिपट जाएगी।
अनुपमा जहां अपनी बेटी की हालत पर बुरा फील करेगी, वहीं उसे बाहों में भरकर बहुत खुश भी होगी।
शाह निवास में वनराज शाह को पूरा मामला पता चलने पर वो फिर एक बार अनुपमा को बुरा-भला कहना शुरू कर देगा, और तब बापूजी उसे डांटेंगे। इसी बीच वनराज शाह का फोन बजेगा, और वो अलग जाकर बात करना शुरू कर देगा।
काव्या को शक होगा, और वह उससे पूछेगी, तो वनराज कुछ भी साफ-साफ नहीं बताएगा, और कहेगा कि उसके ऑफिस से कोई आने वाला है, इसलिए मेहमाननवाजी की तैयारी करे।
हॉस्पिटल से घर पहुंचकर अनुपमा किंजल को बताएगी कि वो अब इस घर में नहीं रहेगी। अगली सुबह उठकर अनुपमा सीधी यशदीप के घर जाएगी, और उसे बताएगी कि वो अब उस घर में नहीं रहेगी।
यशदीप यह सोचकर खुश होगा कि शायद अनुपमा अब उसके घर में रहेगी। वो जब कहेगा कि आप यहां रहिए, यह आपका ही घर है, तो अनुपमा बताएगी कि वो अब से केटी के साथ रहेगी, क्योंकि उसकी भी नौकरी चली गई है। वो बताएगी कि वो उसके साथ रूम शेयर कर लेगी।
शाह निवास में वनराज के दफ्तर से प्रतीक नाम का एक लड़का आएगा, जिसकी वह बा-बापूजी से जमकर तारीफ करेगा। वनराज शाह प्रतीक के सामने डिंपल की और डिंपी के सामने प्रतीक की तारीफ करेगा।
काव्या को मामला समझते देर नहीं लगेगी, और वो उस लड़के के जाते ही वनराज पर धावा बोल देगी। वनराज शाह भी खिसियाकर सच कुबूल कर लेगा कि उसे अमेरिका से आना पड़ा
क्योंकि उसे डर था कि अनुपमा कहीं डिंपी और टीटू की शादी ना करवा दे। वो टीटू की बुराई करेगा, और प्रतीक की तारीफ करेगा। बापूजी और काव्या समझाने की कोशिश करेंगे, तो भी वह नहीं मानेगा।
वनराज शाह कहेगा कि प्रतीक को डिंपी पसंद है, और इसलिए वो घरजमाई बनने के लिए भी तैयार है। वनराज को भी इसमें कोई दिक्कत नहीं नजर आती। डिंपल वनराज शाह के इरादों से अनजान है।
आगे क्या होगा, यह जल्दी ही पता चलेगा। उधर अनुज कपाड़िया को हॉस्पिटल से कॉल आएगा, तो वह और आध्या घबराए हुए पहुंचेंगे। मालूम चलेगा कि श्रुति को होश आ गया है।