टीवी सीरियल अनुपमा एक बार फिर इमोशन, जिम्मेदारी और नारी शक्ति की मिसाल बनने जा रहा है.
अनुपमा में डांस क्लास के दौरान पंडित मनोहर के साथ एक हादसा हो जाएगा है, जिससे वो डांस नहीं सीखा पाते.
पंडित मनोहर अनुपमा को कोच बनने को कहता है और कहता है कि वह कोच नहीं बनी तो डांसिंग रानीज की मेहनत बेकार चली जाएगी.
अनुपमा 8 महीने बाद फिर से डांस की दुनिया में कदम रखने से पहले खुद से संघर्ष करती नजर आएगी.
कोच बनने के फैसले के बाद अनुपमा खुद डांस कॉम्पटीशन के लिए अपनी टीम को रजिस्टर करवाने जाती है.
टीम के साथ नया जोश और जुनून दिखाई देगा, लेकिन जसप्रीत को चिंता सताने लगती है कि कोई टीम छोड़कर ना चला जाए.
जसप्रीत की आशंकाएं अनुपमा के आत्मविश्वास को झकझोर सकती हैं, लेकिन वह अपने फैसले पर कायम नजर आएगी.
एक भावुक पल में पंडित मनोहर अनुपमा के हाथों में घुंघरू थमा देता है, जिससे कहानी में एक नया मोड़ आ जाता है.