वनराज और माया की हरकतें देखकर अनुपमा का पारा चढ़ जाता है। वह सबसे पूछती है कि हम पति-पत्नी हैं और एक क्या सौ रातें भी बाहर रहें तो तुम लोगों को क्या? हमारे बीच में बोलने वाले तुम लोग होते कौन हो? अनुपमा माया से भी कहती है कि तुमने अनुज से प्यार तो कर लिया, लेकिन यह नहीं जान पाई कि प्यार करवाया नहीं जाता है, किया जाता है।