सीरियल अनुपमा में आए दिन नए ट्विस्ट और टर्न देखने को मिलते हैं। दर्शकों को बेसब्री से शो के अपकमिंग एपिसोड्स का इंतजार रहता है। बरखा अनुज और अनुपमा को अलग करने के लिए पूरी एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। वह यह बिल्कुल भी नहीं चाहती कि अनुज दोबारा से कपाड़िया हाउस में वापसी करे।
इसीलिए बरखा पॉपर्टी और बिजनेस पर अपना पूरा कब्जा करना चाहती है। शो में वह पहले ही डिंपी के दिमाग में जहर घोल चुकी है।
जिसके बाद अब वह अधिक को भी भड़काना शुरू कर देगी। उधर माया अनुज को इमोशनली टॉर्चर करने की कोशिश करती दिखेगी।
आज के एपिसोड में आप देखेंगे डिंपी और समर की शादी के लिए घर में योजना बन रही है। बा कहती है कि कन्यादान करने के लिए अनुपमा और वनराज को आगे आना होगा।
दोनों की दूसरी शादी हो चुकी है, लेकिन दोनों को साथ में ही सारी रस्में करनी होंगी। बाबू जी इस बात से सहमत नहीं होते है ऐसे में समर कहता है कि डिंपी और मैं कोर्ट मैरिज कर लेते हैं।
फिर खर्चा भी नहीं होगा और लोगों को बातें बनाने का मौका भी नहीं मिलेगा। इसपर बा कहती है कि रिश्ते कागज से नहीं बनते रस्मों और रिति रिवाजों से बनते हैं।
इधर बरखा अब अधिक के दिमाग में पाखी के खिलाफ जहर भरना शुरू कर देगी, क्योंकि उसे लगता है कि पाखी उसका खेल बिगाड़ने पर तुली हुई है। उसे अपने हाथ से सब-कुछ जाता हुआ नजर आ रहा है। बरखा कहती है कि पाखी के लिए सिर्फ अपना मायका ही सबकुछ है। अधिक आज तू इस घर में है तो यहां का मालिक है। बाद में तू वहीं साठ हजार की नौकरी करेगा।
ऐसे में वहां मौजूद अंकुश बरखा पर भड़कते हुए कहता है कि अपने भाई के घर में कौन आग लगाता है। इधर वनराज पाखी पर गुस्सा होते हुए कहता है कि वह किसी से बिना पूछे अनुज से मिलने मुंबई पहुंच गई। पाखी पलटवार करती है और बोलती है कि घर में हम सभी को मम्मा और बड्डी मिलाने के लिए कुछ न कुछ करना चाहिए और पापा आप दोस्ती की आड में मम्मा को घर लाने की प्लानिंग कर रहे हैं।
अनुज अपने कपड़े पैक करने लगता है और कहता है कि मैं फालतू में वह यहां आया। मैंने पिछले कुछ दिनों में अनु को बहुत परेशान किया है। इसीलिए अब मैं वापस जाकर सब ठीक कर दूंगा। वो तो छोटी और पाखी ने मुझे समझाया तो मुझे एहसास हुआ।
मुझे यहां आने की क्यो जरूरत है जब हमें मन करता तो छोटी से मिलने, मैं और अनु यहां कभी भी आ जाते, लेकिन मेरी अनुपमा से अच्छा कोई नहीं है आइ लव हर। माया की आखों में आंसू आ जाते हैं। माया अनुज से कहती है कि मुझे छोड़कर मत जाइए। आप जानते हैं कि मेरे दिल में आपके लिए क्या है।