इस बीच जब अंकुश, अनुपमा को किसी काम से मुबंई बुलाता है, तो वनराज ये सब सुन लेगा और अनुपमा को वहां जाने से मना करेगा। वनराज कहता है अगर तुम्हें वहां जाना है तो मैं भी साथ में चलता हूं एक दोस्त होने के नाते। जिसके बाद अनुपमा कहेगी कि तुम्हे झूठी दोस्ती निभाने की जरूरत नहीं हैं, मैं खुद वहां जा सकती हैं।