लेकिन अनुपमा कहेगी, 'अगर दुख भुलाना है तो दूसरों की सेवा कर, मंदिर जा, एक्सरसाइज कर... और भी कई तरीके हैं, जहां बिना फिजूल खर्ची के दुख भुलाया जा सकता है।' इसके बाद पाखी, डिंपी को बीच में ले जाएगी लेकिन अनुपमा इस बात पर भी सीधा जवाब देकर बोलती बंद कर देगी।