WATCH VIDEO : CM से नहीं मिल पाये, तो हेलीपेड पर ही कांग्रेस नेताओं ने पुलिस पर निकाली भड़ास, बोले….मैं प्रदेश का सबसे बड़ा पदाधिकारी….मेेरे को बोलता है रस्सी से बाहर जाओ………हमको नहीं पहचानता… VIDEO देखिये
“मैं प्रदेश का सबसे बड़ा पदाधिकारी हूं, मेरे को बोलता है रस्सी से बाहर जाओ…तुमलोग बाहर जाओ…और वो जो लोग है, वो क्या तुम्हारे #### है, एसपी हमको नहीं पहचानता, महापौर को नहीं पहचानता, सभापति को नहीं पहचानता, ……”
कटघोरा 15 दिसंबर 2020। ….मुख्यमंत्री से नहीं मिल पाने की खुन्नस में मंगलवार की शाम कांग्रेस नेताओं ने पुलिस के खिलाफ जमकर बवाल काटा। तू-तू-मैं-मैं से शुरू हुई शब्दावली “दलाल” जैसे शब्दकोष के आसपास मंडराने लगी। पुलिस मनाती रही, अफसर समझाते रहे… लेकिन नेताजी थे कि सुनने-समझने के बजाय एक के बाद एक अलंकार से पुलिस को नवाजते रहे। पूरा मामला कटघोरा के हाईस्कूल मैदान का था। वक्त के करीब 4.40 हुए थे….खराब मौसम की वजह से सूरजपुर से उड़ान नहीं भर पाया मुख्यमंत्री का चौपर कटघोरा के हाईस्कूल मैदान पर तैयार खड़ा था, जिस पर सवार होने के लिए मुख्यमंत्री का काफिला भी बस आने ही वाला था।
इधर मुख्यमंत्री की अगुवाई के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कार्यसमिति सदस्य सुरेंद्र जायसवाल, महापौर राजकिशोर प्रसाद और सभापति श्यामसुंदर सोनी सहित शहर के कुछ कांग्रेस नेता भी मैदान में पहुंच गये थे…लेकिन प्रशासन को सख्त निर्देश था कि बिना किसी रुकावट के मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर 4.45 के पहले टेकऑफ कराना है। अगर 4.45 तक हेलीकाप्टर टेकऑफ नहीं होता तो रायपुर में लैंडिंग संभव नहीं था, ऐसे में मुख्यमंत्री को फिर सड़क मार्ग से ही रायपुर आना पड़ जाता। लिहाजा शीर्ष अफसरों के निर्देश के मुताबिक मुख्यमंत्री से मिलने के लिए हर किसी को रोक दिया गया। रस्सी की चाहरदिवारी बनायी गयी और सारे नेताओं को उससे बाहर कर दिया गया था…।
उधर पुलिस का बाहर करना था कि सुरेंद्र जायसवाल सहित कांग्रेस नेताओं का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया, उन्होंने पुलिस को भरी भीड़ में गरियाना शुरू कर दिया। हालांकि अफसरों का निर्देश था कि मुख्यमंत्री के चौपर को टेकआफ करने में थोड़ा सा भी विलंब नहीं होना चाहिये, लिहाजा पुलिस ने सख्ती कर दी। सख्ती देख सुरेंद्र जायसवाल ने आपा खो दिया और पुलिस पर बिफर पड़े।
नेताजी को गुस्सा होते देख खुद सरगुजा के आईजी रतनलाल डांगी ने भी समझाने की कोशिश की, लेकिन उनकी नाराजगी खत्म नहीं हुई। पुलिस के साथ चल रही बहसबाजी के बीच ही मुख्यमंत्री का काफिला हाईस्कूल मैदान में इंट्री कर गया और बमुश्किल एक-दो मिनट बाद ही मुख्यमंत्री वक्त की कमी की वजह से सीधे चौपर पर सवार होकर रायपुर रवाना हो गये।