Begin typing your search above and press return to search.

विस Breaking-बमुश्किल 30 मिनट चलेगी सदन की कार्रवाई, गिलोटिन के जरिये पारित होगा 1 लाख करोड़ का बजट, 17 विधेयकों पर लगेगी मुहर, इसके बाद बजट सत्र समाप्ति की घोषणा

विस Breaking-बमुश्किल 30 मिनट चलेगी सदन की कार्रवाई, गिलोटिन के जरिये पारित होगा 1 लाख करोड़ का बजट, 17 विधेयकों पर लगेगी मुहर, इसके बाद बजट सत्र समाप्ति की घोषणा
X
By NPG News

संजय कुमार दीक्षित
रायपुर, 26 मार्च 2020। कोरोना संकट के चलते बजट सत्र की कार्रवाई मुश्किल से आधे घंटे चलेगी। इसके बाद बजट सत्र का अवसान हो जाएगा। जबकि, इसे 4 अप्रैल तक चलना था।

जाहिर है, कोरोना के चलते ही बजट सत्र 26 मार्च तक स्थगित किया गया था। और, कल इसी के चलते समय से पूर्व खतम हो जाएगा। सत्र कुछ मिनटों के लिए होगा। इसके बाद स्पीकर डा0 चरणदास महंत सत्र समाप्ति का ऐलान कर देंगे।
सुबह करीब साढ़े दस बजे कार्यमंत्रणा समिति की बैठक होगी। इसमें एक लाईन का प्रस्ताव पास होगा। विनियोग याने मुख्य बजट को गिलोटिन के जरिये पारित किया जाए। गिलोटिन के तहत बिना चर्चा के बजट पास किया जा सकता है। हालांकि, छत्तीसगढ़ में यह पहली बार होगा। लेकिन, मध्यप्रदेश में कई बार हो चुका है। मध्यप्रदेश के तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष पं0 राजेंद्र प्रसाद शुक्ल ने इसे अलोकतांत्रिक मानते हुए रोक दिया था। विधानसभा के नियम-कायदों के जानकारों का कहना है, विपरीत परिस्थितियों में बजट पारित करने के लिए गिलोटिन का उपयोग किया जाता है।
प्रश्नकाल भी नहीं होगा। 11 बजे सदन की कार्रवाई शुरू होते ही सुकमा के शहीदों को सदन श्रद्धांजलि देगा। इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे गिलोटिन के जरिये बजट पास करने का प्रस्ताव लाएंगे। इसे ध्वनिमत से स्वीकृत किया जाएगा। इसके जस्ट बार संसदीय कार्य मंत्री 17 विधेयक पेश करेंगे। कोशिश है कि कुल मिलाकर आधे घंटे में सदन की कार्रवाई समेट दी जाए। विधेयकों को पास होने के बाद स्पीकर सदन समाप्ति की घोषणा कर देंगे।
ज्ञातव्य है, एक विधेयक पहले पारित हो चुका है। आवास पर्यावरण विभाग का प्लास्टिक वाला। अनुपूरक भी पास हो चुका है।
पता चला है, कोरोना के चलते कोरम पूरा होने की संख्या तक विधायक पहुंच जाएं इसी का प्रयास है। ऐसे में, दूरस्थ विधायक शायद ही पहुंचे। वैसे, विधानसभा के भी आधे से भी कम अधिकारियों, कर्मचारियों को बुलाया गया है। विस में करीब 250 अधिकारी, कर्मचारी हैं। इनमें से 100 से भी कम को बुलाया गया है। सिर्फ उतनी ही जिससे सदन की कार्रवाई निबट जाए।

NPG.NEWS

Next Story