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विकास दुबे को मिला था राजनीतिक संरक्षण, दो भाजपा विधायकों के लिए नाम…कहा था- सभी पार्टियों से थे ऑफर, बसपा मेरा घर’

विकास दुबे को मिला था राजनीतिक संरक्षण, दो भाजपा विधायकों के लिए नाम…कहा था- सभी पार्टियों से थे ऑफर, बसपा मेरा घर’
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By NPG News

कानपुर 6 जुलाई 2020. आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में शामिल रहे हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे 72 घंटे बाद भी पुलिस पकड़ से दूर है, जिसे पकड़ने के लिए 900 पुलिस जवानों की साठ टीमें लगाई गई हैं। पुलिस ने मोस्टवांटेड विकास दुबे के पोस्टर टोल प्लाजा पर चस्पा कराए हैं।डीजीपी ने कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में शामिल मोस्टवांटेड अपराधी विकास दुबे कांड के मुख्य आरोपी पर ढाई लाख का इनाम घोषित कर दिया है।

वहीँ आठ पुलिसवालों की हत्या करनेवाला हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे मामले में बड़ी बात सामने आई है. 2017 के एक वीडियो में विकास दुबे ने अपने राजनीतिक संबंधों पर भी बात की थी. विकास ने कहा कि बीजेपी विधायक भगवती सागर ने मर्डर के एक केस में उसकी पैरवी की थी. वहीं बीजेपी विधायक सागर ने इस बात से साफ इनकार कर दिया कि उन्होंने विकास दुबे की किसी भी तरह से मदद की. यही नहीं एबीपी न्यूज से बात करते हुये भगवती सागर ने सफाई देते हुये कहा कि ये सरासर झूठ है.

इससे पहले विकास दुबे को पकड़ने की दिशा में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने हत्याकांड के मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे के एक इनामी गुर्गे को कल्याणपुर में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया. अपर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) अनिल कुमार ने बताया कि दुबे के गुर्गे दया शंकर अग्निहोत्री को कल्याणपुर में पुलिस से मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है. उसके पैर में गोली लगी है. दया शंकर को लाला लाजपत राय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दया पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था.

कानपुर एनकाउंटर मामले में पकड़े गए बदमाश ने बड़ा खुलासा किया है. अस्पताल पहुंचे संवाददाताओं के सामने दया शंकर ने कहा कि गत 2/3 जुलाई की रात को बिकरू गांव में वारदात से पहले उसके आका विकास दुबे के पास चौबेपुर थाने से किसी का फोन आया था. थाने से फोन आने के बाद उसने पुलिस से सीधे टक्कर लेने के लिए उसे और अन्य साथियों को फोन करके अपने घर बुला लिया था.

एक लाख के इनामी मोस्टवांडेट विकास दुबे को यूपी पुलिस के अलावा मध्य प्रदेश और राजस्थान पुलिस भी तलाशने में जुटी है. इन सबके बीच सोमवार की सुबह विकास दुबे का एक वीडियो और ऑडियो वायरल हुआ तो सनसनी फैल गई. एक टीवी चैनल पर वीडियो का प्रसारण होने पर वीडियो वर्ष 2017 का बताया जा रहा है।वीडियो ऑर ऑडियो में विकास दुबे ने दो राजनेताओं के नाम कबूले हैं.

वीडियो में विकास ने तत्कालीन कांग्रेस नेता और मौजूदा समय में भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा और बिल्हौर विधानसभा से भाजपा विधायक भगवती प्रसाद सागर का नाम लिया है. भाजपा नेताओं के नाम सामने आने पर सियासी हलचल भी तेज हो गई है, दोनों नेताओं ने संबंधित टीवी चैनल पर आकर अपना पक्ष रखते हुए विकास दुबे से संबंधों से इनकार किया है.

बिठूर से भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा का कहना है कि मेरा न तो कभी उससे संबंध रहा है और न ही मैं उससे कभी मिला हूं। ये अपराधी है और सत्ता का संरक्षण लेने के लिए इस तरह से नाम लेता रहा है, वह ऐसे ही झूठ बोलता है। हमारा कभी कोई संबंध नहीं रहा है।

-बिल्हौर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक भगवती प्रसाद सागर ने कहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो वर्ष 2017 का है और उस वर्ष चुनाव में विकास दुबे ने खुलकर बसपा प्रत्याशी का साथ दिया था. बसपा प्रत्याशी के साथ विकास दुबे और एक फिल्मी हीरोइन ने मंधना से बिल्हौर तक रथ भी निकाला था.

इसकी वीडियोग्राफी भी उस समय चुनाव आयोग के आदेश पर हुई थी, जो जिला प्रशासन के पास होगी अधिकारी उसे देख सकते हैं. इससे पहले 2012 में वह चुनाव लड़े ही नहीं थे. विकास इतना शातिर है कि वह कभी भी किसी का भी नाम लेकर उसे फंसाने का प्रयास कर सकता है. कोई अधिकारी यह कह दे कि मैंने कभी उसकी सिफारिश की है तो मुझे फांसी की सजा भी मंजूर है.

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