VIDEO-कांग्रेस में जुबानी जंग: नवजोत सिद्धू ने हार का ठीकरा फोड़ा चन्नी पर... पूर्व कैबनेट मंत्री बोले- सिद्धू ने पार्टी का कत्ल किया...
नईदिल्ली 11 मार्च 2022. पंजाब में मिली करारी हार को लेकर कांग्रेस में भारी जुबानी जंग शुरू हो गई है। हार को लेकर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के निशाने पर हैं. तो इधर सिद्धू भी पीछे नहीं हैं। चुनाव प्रचार में न जाने पर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि इस बार उनका चुनाव प्रचार के लिए जाना बनता नहीं था। मुख्यमंत्री चेहरे का जाना बनता था। सिद्धू ने कहा कि अगर उन्हें कोई कहता तो वह जरूर जाते। सिद्धू ने कहा, ''राहुल गांधी ने चन्नी को सीएम का चेहरा घोषित किया था, मैंने तब ही चन्नी कह दिया था कि अब तुम्हारी जिम्मेदारी है और हम तुम्हारे सहयोगी है।''
पंजाब कांग्रेस प्रधान ने कहा, ''मैंने आखिर तक सहयोग किया, मेरे हलके में भी चरणजीत सिंह चन्नी आए। कांग्रेस की इस च्वाइस को लोगों ने माना या नहीं, इस पर मैं कुछ नहीं कहूंगा। हमारा इरादा व सोच बड़ी है। हमारी सोच स्वार्थ में बंधी नहीं है।''
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— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) March 11, 2022
सिद्धू ने कहा कि क्रिकेट में सौ भी बनाते थे और जीरो पर भी आउट होते थे। हार-जीत का तो कोई मसला ही नहीं है। पंजाब कैसे जीतना यह मसला है। इसका एक माडल है और उस पर हम सभी खड़े हैं। बता दें, नवजोत सिंह सिद्धू सीएम फेस बनने के लिए आतुर थे, लेकिन राहुल गांधी ने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम फेस घोषित कर दिया था।
यह पूछे जाने पर कि बेअदबी मामलों में अभी तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इस पर सिद्धू ने कहा कि कौन कहता है कि बेअदबी की सजा नहीं मिली। जिन्होंने कल के परिणाम देखे हैं क्या उन्हें समझ नहीं आया कि बेअदबी की सजा क्या है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, ''मैं कांग्रेस में रहते हुए माफिया के खिलाफ लड़ता रहा हूं और आगे भी लड़ता रहूंगा। आप को लोगों ने पांच साल के लिए भरपूर बहुमत दिया है। कांग्रेस को भी दिया था, पर कांग्रेस उसका फायदा नहीं उठा पाई।''
सिद्धू ने कहा कि लालची, ढोंगी मुख्यमंत्री, जिसकी बादलों से सांझ थी, उससे मैंने लड़ाई लड़ी, उसे उतारा। उनका इशारा कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरफ था। आप को हमने मौका नहीं देना, लोगों ने उन्हें पांच साल के लिए मौका दिया है। वक्त बताएगा कि आगे आप की परफार्मेस क्या रहती है।
कांग्रेस के दिग्गज नेता और पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पंजाब प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ सरेआम बगावत का बिगुल बजा दिया है। रंधावा का कहना है कि सिद्धू ने ही पंजाब में कांग्रेस का कत्ल किया है और पार्टी हाईकमान ने सिद्धू को पार्टी से न निकालकर बड़ी गलती की है। उन्होंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू में अगर नैतिकता होती तो वह नतीजों के बाद ही अपना इस्तीफा दे देते। कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री के पद से हटाने में अहम भूमिका अदा करने वाले सुखजिंदर सिंह रंधावा का कहना है कि सिद्धू पर कभी कांग्रेस का कल्चर आया ही नहीं और न ही उन्होंने कभी पार्टी के कार्यकर्ताओं को समझा। उन्होंने कहा कि राहुल और हाईकमान भी सिद्धू पर लगाम नहीं लगा सके जिसका खामियाजा पंजाब में कांग्रेस भुगत रही है।
सुखजिंदर रंधावा का कहना है कि हाईकमान को चाहिए था, जब सिद्धू ने धूरी रैली में बोलने से मना कर दिया था तभी बेशक नुकसान होता लेकिन सिद्धू को तुरंत पार्टी से बाहर निकालते। रंधावा ने कहा कि लोगों को पाठ पढ़ाना अलग बात है और उस पर अमल करना अलग। सिद्धू को चाहिए था कि हार की जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत नतीजों के बाद ही पार्टी से इस्तीफा देते।
कभी सिद्धू ने कांग्रेस नेताओं को बेइज्जत किया तो कभी मुख्यमंत्री को। उन्होंने हमेशा कांग्रेस को गालियां देने का काम किया है। राहुल और प्रियंका का सिद्धू के प्रति झुकाव ज्यादा होने संबंधी सवाल पर रंधावा ने कहा कि सिद्धू को अगर पता हो कि राहुल और प्रियंका से उन्हें कोई लेना देना नहीं तो सिद्धू उनके खिलाफ भी बोलेंगे। हाईकमान ने चंद साल पहले आए सिद्धू को सजी सजाई थाली परोस कर दे दी तो उसका नुकसान तो होगा ही। सिद्धू ने कांग्रेस का कत्ल कर दिया है।