नईदिल्ली। टेक्नोलॉजी ने इंसान पर पूरी तरह कब्ज़ा कर लिया है और ये हाल कब्ज जैसा है, न मुक्ति मिलती है न चैन आता है. कहते हैं तकनीक से जितनी सुविधाएं बढ़ती जा रही हैं उतनी ही मुसीबतें भी. मशीनें मददगार तो होती हैं लेकिन इनमें जरा सी गड़बड़ी से बड़ी तबाही मच सकती है. उदाहरण के लिए अगर कम्प्यूटर में कोई वायरस आ जाए तो मेहनत से तैयार किया गया डेटा पल भर में करप्ट हो सकता है. इसके अलावा उड़ते विमान में कोई तकनीकी खामी आ जाए तो कई जानें जा सकती है.आमतौर पर चार्जिंग में लगे स्मार्ट फोन के फट जाने से बड़ी दुर्घटना के कई मामले सामने आते ही रहते हैं.
जानकारी के मुताबिक, टॉयलेट में आग लगने का कारण अभी तक सामने नहीं आया है लेकिन माना जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट के कारण यह हादसा हुआ है. इससे पहले भी चीन में स्मार्ट टॉयलेट के जलने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. एक घटना में पिछले साल अगस्त में झेजियांग प्रांत स्थित लिशुई में एक व्यक्ति सुबह उठा तो उसने अपने बाथरूम में स्मार्ट टॉयलेट को जलते हुए देखा. इस साल अगस्त में गुइझोऊ के शिबिंग काउंटी में एक और व्यक्ति का स्मार्ट टॉयलेट बिना किसी वजह के जल गया था. यांग्त्जी इवनिंग न्यूज पेपर के मुताबिक, शख्स ने अपनी जान बचाने के लिए अपने टॉयलेट की वीडियो और तस्वीर बना डाली.
जापान दुनिया में स्मार्ट टॉयलेट का सबसे बड़ा बाजार माना जाता है, हालांकि स्मार्ट टॉयलेट का आविष्कार 1964 में अमेरिका में हुआ था. अब चीन भी तेजी से इस क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. चीन में बने स्मार्ट टॉयलेट की बिक्री में काफी तेजी आई है और इसकी वजहें भी हैं. स्मार्ट टॉयलेट में कई सारे फायदे हैं जिनमें ऑटोमैटिक फ्लशिंग, हिटेड टॉयलेट सीट, वाटर कंजर्वेशन, सेल्फ-क्लीनिंग फंक्शन आदि शामिल हैं. लेकिन कुछ ऐसे स्थान भी हैं जहां बहुत ज्यादा टेक्नोलॉजी समस्या बन सकती है और टॉयलेट उनमें से एक है. इस घटना के बाद स्मार्ट टॉयलेट की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. हालांकि इन उपकरणों के कई फायदे हैं लेकिन इनमें आग लगने का खतरा भी है.