CG News-पुलिस पर पथराव, गाड़ियां तोड़ी, कई घायल: धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग को ग्रामीणों ने पुलिस पर किया पथराव, भागकर पुलिस को बचानी पड़ी जान
गरियाबंद। धान खरीदी केंद्र की मांग को लेकर धरने पर बैठे ग्रामीणों ने पुलिस से बहस के बाद पुलिस पर पथराव कर दिया। पथराव में पुलिस की कई गाड़ियां टूट गयी और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात हैं। आक्रोशित ग्रामीणों ने थाना का भी घेराव कर दिया। किसानों के धरने से कई किलोमीटर लंबा सड़क जाम लग गया था।
मिली जानकारी के अनुसार कंडेकेला सहकारी समिति भेजीपदर में संचालित है। जिसके चलते समिति के अंतर्गत आने वाले 7 गांव के किसान अपना धान बेचने के लिए भेजीपदर जाते थे। ग्रामीणों की लंबे समय से मांग है कि कंडेकेला में ही धान खरीदी केंद्र खोला जाए ताकि उन्हें धान बेचने के लिए दूर न जाना पड़े। आज नेशनल हाइवे 130 में धुरूवागूड़ी के पास किसान नया धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग को लेकर सुबह से धरने पर बैठ गए। महिला किसान भी धरना दे रही थी। नेशनल हाइवे पर धरने की वजह से बड़ी संख्या ने सड़क के दोनो ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी। सूचना मिलने पर राजस्व व पुलिस अमला धरनास्थल पर पहुंचे और किसानों को जाम खोलने की समझाईश देने लगे पर किसान बिना धान खरीदी केंद्र खुले धरना समाप्त करने के मूड में नहीं थे। देखते ही देखते पुलिस व किसानों के बीच विवाद हो गया।
विवाद बढ़ने पर ग्रामीणों ने ईंट पत्थर से पुलिस टीम पर हमला कर दिया। पुलिस के थोड़ा पीछे हटने पर पीछा कर ईंट व पत्थरों को फेंक-फेंक कर पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी। ग्रामीणों का आरोप है कि धरने में शामिल महिलाओं से दुर्व्यवहार व बतमीजी करते हुए पुलिस ने उनकी पिटाई की है। ग्रामीणों की भीड़ ने पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए उसे भी पलट दिया। मौके पर भारी पुलिस बल बुलवा कर छावनी में तब्दील कर दिया गया। पथराव में मैनपुर थाना के एसआई समेत दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। दस गाड़िया टूट गयी है। धरना स्थल से 8 किलोमीटर दूर स्थित अमलीपदर थाने का घेराव करते हुए भी ग्रामीणों ने धरना दिया। पुलिस मौके पर मौजूद रहकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रही है।