CG NEWS: जज पर अधिवक्ता का हाथ पकड़ कर कोर्ट रूम से बाहर निकलवाने का आरोप, वकीलों ने मचाया हंगामा
बिलासपुर । न्यायधानी में अधिवक्ता का हाथ पकड़ कर कोर्ट रूम से बाहर निकलवाने का आरोप जज पर लगा है। जिसके खिलाफ अधिवक्ताओं ने मोर्चा खोलते हुए कोर्ट रूम के बाहर धरना दे दिया और नारेबाजी करते हुए जम कर हंगामा मचाया। जज के बाहर आने के बाद भी वकीलों की नाराजगी कम नही हुई।
मिली जानकारी के अनुसार घटना बिलासपुर फैमली कोर्ट में घटित हुई। यहां सिविल लाइन थाना क्षेत्र के वेयर हाउस रोड में डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के पीछे फैमली कोर्ट स्थित है। यहां रमाशंकर प्रसाद फैमली कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश के पद पर पदस्थ है। आज यहां पति पत्नी के बीच भरण पोषण व तलाक के केस में फाइनल सेटलमेंट होना था। महिला की तरफ से सीनियर काउंसिल अधिवक्ता दाऊ चंद्रवंशी उपस्थित थे। पेशी में महिला का पति अन्य अधिवक्ता के साथ उपस्थित था। पेशी में पति के अधिवक्ता ने सेटलमेंट के लिए प्रस्ताव रखते हुए कहा कि 8 लाख रुपये लेकर महिला तलाक ले ले। तब महिला के अधिवता ने कहा कि 8 लाख के लगभग रकम सिर्फ भरण पोषण का ही बकाया है। और इतनी राशि भरण पोषण का देने के बाद तलाक के लिए अलग से रकम दी जानी चाहिए। देखिए वीडियो...
प्रधान न्यायाधीश दोनो पक्षो के बीच सुलह करवाना चाहते थे पर सुलह न होता देख उन्होंने दोनो पक्षो के वकीलों को बाहर जाने के लिए कहा। न्यायाधीश दोनो पार्टियों से अकेले में बात करना चाहते थे। पर अधिवक्ताओं ने अपनी उपस्थिति में ही सुनवाई करने का आग्रह किया। तब जज ने समझौता न हो पाने की स्थिति में दूसरे कोर्ट में केश ट्रांसफर करने की बात कही। जज की इस बात पर अधिवक्ता दाऊ चंद्रवंशी ने कहा कि अन्य अदालत में भी जाने से केस के तथ्य नही बदल जाएंगे और केस में कोई विशेष परिवर्तन नही आ जाएंगे। यह कह कर उन्होंने इसी अदालत में सुनवाई करने का आग्रह किया।
वकीलों के बाहर जाने व सिर्फ परिजनों की ही उपस्थिति में सुनवाई करने की शर्त पर अपनी अदालत में सुनवाई करने की बात कहते हुए जज रमाशंकर प्रसाद ने अदालत के भृत्य व सिपाही को निर्देश देते हुए अधिवक्ताओं को अदालत से बाहर करने का निर्देश दिया। जज के निर्देश पर अधिवक्ताओं को अदालत से बाहर भेज दिया गया। इस दौरान अधिवक्ता दाऊ चंद्रवंशी का हाथ भृत्य ने पकड़ लिया।
इसकी जानकारी अधिवक्ता दाऊ चंद्रवंशी ने जिला अधिवक्ता संघ व अपने अधिवक्ता साथियों को दी। इसके बाद अधिवक्ता संघ के सदस्य फैमली कोर्ट पहुँच गए और नारेबाजी करते हुए जम कर हंगामा किया। इस दौरान अधिवक्ताओ ने नारेबाजी की भी। तब अदालत के शटर को लॉक कर दिया गया। अधिवक्ता जज पर कार्यवाही की बात को लेकर काफी टाइम तक हंगामा करते रहे। जज रमाशंकर प्रसाद ने बाहर आकर अधिवक्ताओ से बात की। और माफी मांगते हुए कहा कि यदि उनके व्यवहार से भूल चुक से किसी की कोई भी भावनाएं आहत हुई हो तो उसके लिये वे माफी मांगते है। पर वकीलों का गुस्सा इतने से शांत नही हुआ। और वे विरोध प्रदर्शन जारी रखते हुए कहने लगे कि मामले की शिकायत चीफ जस्टिस से की जायेगी और जज पर कार्यवाही की मांग की जायेगी।