नैनीताल 19 अक्टूबर 2021। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से नैनीताल में सबसे ज्यादा तबाही हुई है। यहां रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया गांव में बादल फटने से 10 लोगों की मौत हो गई जबकि 10 से 12 लोग मलबे में दबे बताए जा रहे हैं। बादल फटने से यहां स्थित मकान में भारी मलबा आया था जिसमें दबकर 9 की मौत हो गई। घटनास्थल पर पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंच गई है और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। आपदा की सूचना मिलते ही प्रशासन की ओर से राहत व बचाव का कार्य शुरू कर दिया गया है।
जिले में लगातार हो रही बारिश की वजह से रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया सुनका ग्रामसभा में नौ मजदूर घर में ही जिंदा दफन हो गए हैं। ये सभी मोटर मार्ग के निर्माण कार्य में लगे हुए थे। शाम को पास में ही एक मकान में रह रहे इन मजदूरों के ऊपर 24 घन्टे से हो रही बारिश के कारण मलबा आ गया था, जिसके बाद नौ मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि एक मजदूर की हालत गंभीर बताई जा रही है।
सड़क बंद होने के कारण मजदूरों के शव नहीं निकाले जा सके हैं। सभी मजदूर उत्तरप्रदेश और बिहार के रहने वाले हैं। वहीं, जिले के दोषापानी में भी भूस्खलन के कारण 3 ग्रामीणों की मौत हो गयी है। इसके अलावा मलबा आने से क्वारब में भी 2 मजदूरों की मौत हो गयी है। सभी जगह पुलिस और स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत बचाव कार्य किया जा रहा है लेकिन खराब मौसम से काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। लोग घरों से बाहर शवो को बाहर निकालने की मशक्कत में जुटे हैं। ग्राम प्रधान सुरेश मेर ने बताया कि मकान के अंदर मलबा घुसने से 9 मजदूर जिंदा दफन हो गए हैं। वह पिछले 25 दिनों से सड़क निर्माण का कार्य कर रहे थे।
#WATCH | An under construction bridge, over a raging Chalthi River in Champawat, washed away due to rise in the water level caused by incessant rainfall in parts of Uttarakhand. pic.twitter.com/AaLBdClIwe
— ANI (@ANI) October 19, 2021
जिले के दोसा पानी में भारी बारिश के कारण पांच मजदूरों की दीवार के नीचे दबने से मौत हो गई। सभी मजदूर बिहार के चंपारण एवं उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले के रहने वाले थे। प्रशासन ने सभी मजदूरों के शव बरामद कर लिए हैं। एसडीएम धारी योगेश सिंह ने बताया कि दोसा पानी के निकट एक दीवार का निर्माण कर रहे मजदूर झोपड़ी बनाकर रह रहे थे।
भारी बारिश के कारण देर रात झोपड़ी के पीछे की दीवार अचानक ढह गई जिसमें 5 मजदूरों की मौत हो गई है। एक घायल मजदूर को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। घायलों की पहचान धीरज कुमार कुशवाहा 24, इम्तियाज 20, जुम्माराती 25 तीनो निवासी जिला पश्चिमी चंपारण बिहार के रूप में हुई है। हरेंद्र कुमार 37 व विनोद कुमार 21 निवासी मधुबनपुर, अम्बेडकरनगर उत्तरप्रदेश के रूप में हुई है। घायल काशीराम 20 निवासी थाना राठी पश्चिम चम्पारण अस्प्ताल में भर्ती है
#WATCH | Uttarakhand: Nainital Lake overflows and floods the streets in Nainital & enters building and houses here. The region is receiving incessant heavy rainfall. pic.twitter.com/G2TLfNqo21
— ANI (@ANI) October 19, 2021
बद्रीनाथ हाईवे पर भूस्खलन के कारण पैसेंजर सहित कार पत्थरों में जाकर फंस गई। जिसके बाद सीमा सड़क संगठन ने यात्रियों से भरी इस कार को सुरक्षित निकाल लिया। कार, दो बड़े पत्थरों के बीच अटक गई थी। इसके नीचे से तेजी से पानी बह रहा था। कार के फंसने की सूचना पर पहुंची बचाव दल, काफी मेहनत के बाद इसे सुरक्षित निकालने में सफल रहा।
स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर ने बताया कि चंपावत जिले के सेलखोला में भूस्खलन के बाद घर ढह जाने से दो की मौत हो गई। साथ ही कोसी नदी में जलस्तर के बढ़ने से कई रिसॉर्ट में पानी भर गया है। कारें पूरी तरह से पानी में डूब गई है। यहां करीब 150 से ज्यादा पर्यटक फंसे हुए हैं। इन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू टीम भेज दी गई है। इसके अलावा नैनीताल में लैंड स्लाइड होने से 15 लोगों की मौत हो गई है।