Begin typing your search above and press return to search.

Uttarakhand Me Aaj Ka Mausam: उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश का कहर: 6 जिलों में हाई अलर्ट, इन जिलों में बाढ़-भूस्खलन का खतरा

Uttarakhand Me Aaj Ka Mausam Kaisa Rahega: देहरादून: उत्तराखंड में मानसून (Uttarakhand Monoon) का कहर देखने को मिल रहा है। भारी बारिश के कारण प्राकृतिक आपदा जैसी स्थिति निर्मित हो चुकी है। साथ ही भारी बारिश और भूस्खलन के कारण जीवन अस्त-व्यस्थ हो गया है। इस बीच मौसम विभाग (IMD) ने 6 पर्वतीय जिलों में भारी बारिश का हाई अलर्ट (Rain Alert) जारी किया है। ऐसे में बाढ़ और भूस्खलन की संभावना बढ़ गई है, जिसको देखते हुए आपातकालीन परिचालन केंद्र (EOC) ने 6 जिलों के जिलाधिकारी को पत्र लिखा है और अलर्ट रहने के साथ ही आवागमन नियंत्रण करने के निर्देश दिए हैं।

उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश का कहर: 6 जिलों में हाई अलर्ट, इन जिलों में बाढ़-भूस्खलन का खतरा
X
By Chitrsen Sahu

Uttarakhand Me Aaj Ka Mausam Kaisa Rahega: देहरादून: उत्तराखंड में मानसून (Uttarakhand Monoon) का कहर देखने को मिल रहा है। भारी बारिश के कारण प्राकृतिक आपदा जैसी स्थिति निर्मित हो चुकी है। साथ ही भारी बारिश और भूस्खलन के कारण जीवन अस्त-व्यस्थ हो गया है। इस बीच मौसम विभाग (IMD) ने 6 पर्वतीय जिलों में भारी बारिश का हाई अलर्ट (Rain Alert) जारी किया है। ऐसे में बाढ़ और भूस्खलन की संभावना बढ़ गई है, जिसको देखते हुए आपातकालीन परिचालन केंद्र (EOC) ने 6 जिलों के जिलाधिकारी को पत्र लिखा है और अलर्ट रहने के साथ ही आवागमन नियंत्रण करने के निर्देश दिए हैं।

अगला 48 घंटा अति संवेदनशील

मौसम विभाग (IMD) की माने तो उत्तराखंड के लिए आने वाले 48 घंटे अति संवेदनशील है। 6 पर्वतीय जिलों देहरादून, रुद्रप्रयाग, टिहरी, चंपावत, बागेश्वर और नैनीताल में भारी से अति भारी बारिश का हाई अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा अन्य जिलों में भी भारी बारिश की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे मे लोगों की सतर्कता और प्रशासन की सक्रियता ही राज्य को बड़ी क्षति से बचा सकती है। सभी लोगों को मौसम विभाग (IMD) और प्रशासन की चेतावनी को गंभीरता से लेना चाहिए।

श्रद्धालुओं से अपील

उत्तराखंड मौसम विभाग (IMD) ने भारी से अति भारी बारिश के साथ ही बाढ़, भूस्खलन और जलभराव की भी संभावना जताई है। जिसको देखते हुए आपातकालीन परिचालन केंद्र ने 6 जिलों के जिलाधिकारी को पत्र लिखा है और अलर्ट रहने के साथ ही आवागमन नियंत्रण करने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग (IMD) के इस अलर्ट के बाद प्रशासन ने चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर ठहरे और जब तक मौसम सामान्य न हो यात्रा स्थगित रखें। ऋषिकेश, गंगोत्री हाईवे, बद्रीनाथ समेत कई प्रमुख मार्ग भूस्खलन से मलबा आने के कारण बंद हो गया है। ऐसे में श्रद्धालुओं को कई पड़ावों पर रोका गया है।

देहरादून में देर रात भारी बारिश से जलभराव

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में रविवार देर रात से हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। शहर के बंजारावाला क्षेत्र सहित कई इलाकों में घरों में पानी घुस गया है। बता दें कि ADB के निर्माणकार्य के चलते सड़कों पर खुदाई होने से किचड़ और पानी जमा हो गया, जिसके कारण सुबह स्कूल जाने वाले बच्चे और ऑफिस जाने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

70 से ज्यादा सड़कें बंद, लैंडस्लाइड का खतरा

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक प्रदेश में 70 से ज्यादा सड़कें बंद हो चुकी हैं। इनमें कई नेशनल हाईवे (NH) और स्टेट हाईवे (SH) शामिल हैं। रुद्रप्रयाग जिले में पांच NH, उत्तरकाशी में एक NH और आठ ग्रामीण सड़कें, टिहरी में आठ, देहरादून में चार, नैनीताल में एक, चमोली में 20, पिथौरागढ़ में 9, अल्मोड़ा में तीन, बागेश्वर में आठ, चंपावत में एक, और पौड़ी में छह ग्रामीण मार्ग बाधित हैं। इन बंद सड़कों के कारण न केवल स्थानीय लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है, बल्कि आपात सेवाओं और चिकित्सा सुविधाओं तक पहुंच भी मुश्किल हो गई है।

प्रशासन की तैयारियां और अपील

प्रशासन ने NDRF और SDRF की टीमें अलर्ट मोड पर रखी है। भारी बारिश और भूस्खलन की आशंका को देखते हुए लगातार सड़कों की सफाई और मलबा हटाने का काम किया जा रहा है।खासकर चारधाम यात्रा मार्गों को प्रथमिकता के आधार पर खोलने की कोशिश की जा रही है। राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों को सतर्क, नदियों के किनारे न जाने और बिना जरूरी कारण पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा टालने की सलाह दी है।

Next Story