STF Inspector Yatendra Sharma: STF इंस्पेक्टर यतेंद्र शर्मा ने पेश की ईमानदारी की मिशाल: करोड़ों की रिश्वत की पेशकश करने वाले मेडिकल संचालक को पकड़ा
STF Inspector Yatendra Sharma Ki Imandari: आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा में STF इंस्पेक्टर यतेंद्र शर्मा ने ईमानदारी की एक मिशाल पेश की है। दरअसल, नकली दवाओं के मामले में मेडिकल स्टोर संचालक ने STF इंस्पेक्टर यतेंद्र शर्मा को एक करोड़ रुपए की रिश्वत की पेशकश की थी। जिसे उन्होंने जाल बिछाकर गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद से उनकी इस ईमानदारी की जमकर सराहना हो रही है।

STF Inspector Yatendra Sharma Ki Imandari: आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा में STF इंस्पेक्टर यतेंद्र शर्मा ने ईमानदारी की एक मिशाल पेश की है। दरअसल, नकली दवाओं के मामले में मेडिकल स्टोर संचालक ने STF इंस्पेक्टर यतेंद्र शर्मा को एक करोड़ रुपए की रिश्वत की पेशकश की थी। जिसे उन्होंने जाल बिछाकर गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद से उनकी इस ईमानदारी की जमकर सराहना हो रही है।
नकली दवाओं के फर्जीवाड़ा की मिली थी शिकायत
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक एक शिकायत पहुंची थी कि आगरा में चार नामी कंपनियों के नाम पर नकली दवाओं के फर्जीवाड़ा का खेल चल रहा है। शिकायत के बाद सीएम ने मामले में एक्शन लेते ही जांच के आदेश दिए और ADG STF अमिताभ यश, FSDA आयुक्त राजेश कुमार और अपर आयुक्त एस चौहान की अगुवाई में जांच शुरु की गई। जिसके बाद टीम ने बंसल मेडिकल एजेंसी और हेमा मेडिकल स्टोर के साथ ही चार गोदामों में छापेमारी की।
मेडिकल स्टोर संचालक ने की थी रिश्वत की पेशकस
टीम ने मौके से 80 लाख की दवाएं जब्त कर दुकान सील की कार्रवाई की थी। हेमा मेडिकल स्टोर से ढाई करोड़ की नकली दवाएं जब्त की गई थी, जिसके बाद हेमा मेडिकल स्टोर के संचालक हिमांशु अग्रवाल ने STF इंस्पेक्टर यतेंद्र शर्मा और सहायक आयुक्त औषधि बस्ती नरेश मोहन को एक करोड़ रुपए की रिश्वत की पेशकश करते हुए मामले को रफा दफा करने की बात कहीं थी।
रंगे हाथ पकड़ने के लिए बिछाया जाल
लेकिन STF इंस्पेक्टर यतेंद्र शर्मा ने ईमानदारी की मिशाल पेश करते हुए पहले तो हेमा मेडिकल स्टोर के संचालक हिमांशु अग्रवाल को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया, इसकी जानकारी उन्होंने SP STF राकेश यादव को भी दे दी थी। फिर जैसे ही हेमा मेडिकल स्टोर का संचालक पैसों से भरा बैग लेकर आया, तो उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। STF इंस्पेक्टर यतेंद्र शर्मा की इस कार्रवाई के बाद उनकी जमकर सराहना हो रही है।
बहादूरी और ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं यतेंद्र शर्मा
बता दें कि STF इंस्पेक्टर यतेंद्र शर्मा अपनी बहादूरी और ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं। साल 2001 में उन्होंने दरोगा के तौर पर अपने काम की शुरुआत की थी। इसके बाद साल 2018 में उनका प्रमोशन STF इंस्पेक्टर के पद पर हुआ। इससे पहले भी STF इंस्पेक्टर यतेंद्र शर्मा ने आगरा में अवैध हथियार जैसे कई मामलों का खुलासा किया है। वहीं अब नकली दवाओं के मामले में एक करोड़ रुपए की रिश्वत की पेशकश करने वाले मेडिकल स्टोर संचालक को भी पकड़ लिया है।
