Sitapur Murder Case: सीतापुर हत्याकांड: 90 मिनट, 6 कत्ल...सीतापुर हत्याकांड सनसनीखेज खुलासा, सनकी भाई ही निकला हत्यारा
Sitapur Murder Case: उत्तर प्रदेश के सामूहिक हत्याकांड ने सबका दिल दहला दिया है. 90 मिनट में 6 को मौत के घाट उतारा गया. इस हत्याकांड को किसी और ने नहीं बल्कि मृतक अनुराग सिंह के भाई अजीत सिंह ने अंजाम दिया था.
Sitapur Murder Case: उत्तर प्रदेश के सामूहिक हत्याकांड ने सबका दिल दहला दिया है. 90 मिनट में 6 को मौत के घाट उतारा गया. इस हत्याकांड को किसी और ने नहीं बल्कि मृतक अनुराग सिंह के भाई अजीत सिंह ने अंजाम दिया था. जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीँ इस मामले में अब नए - नए खुलासे हो रहे हैं.
भाई ने पिता के बंदूक से की हत्या
दरअसल, 10 मई को अजीत सिंह ने एक-एक कर अपने परिवार के 6 सदस्यों की बेरहमी से हत्या की थी. अजीत सिंह ने अपनी प्रियंका सिंह, भाई अनुराग सिंह और मां को गोली मारी और तीन मासूम बच्चों को छत से नीचे फेंककर मार डाला था. पूछताछ में अजीत ने बताया कि उसने जिस बंदूक से गोली मारी है वो उसके पिता की है. उसके पिता वीरेंद्र सिंह के पास एक रायफल थी. साल 1996 के भरत सिंह मर्डर केस मामले में उनसे उनकी रायफल ले ली गयी थी. जिसके बाद वो देशी तमंचा रखने लगे थे. पिता की मौत के बाद तमंचा अजीत के पास था. और उसने उसी तमंचे से सबकी हत्या की.
लोन चुकाने को लिए हुआ विवाद
अजीत सिंह ने बताया कि उसके पिता वीरेंद्र सिंह किसान क्रेडिट कार्ड का 24 लाख रुपये का लोन था. एक साल पहले उनका निधन हो गया था. उसके बाद पिता का कर्ज चुकाने को लेकर भाई अनुराग सिंह और भाभी प्रियंका से विवाद होने लगा था. अनुराग लोन चुकाने को तैयार नहीं था. जिसके बाद जमीन बेचकर लोन चुकाने की बात हुई है. जिसके लिए आरोपी तैयार नहीं था. अजीत का कहना है उसका भाई अनुराग और उसका परिवार उसे नकारा समझता था. इससे वो अपमानित महसुस करने लगा.जिसके बाद उसने ह्त्या की साजिश रची.
भाई और भाभी को मारने की रची साजिश
अजीत ने भाई और भाभी को मारने के लिये प्लान बनाया. 10 मई की रात सभी के खाने में नशीली गोलियां डाल दी. उसने सोचा सबके सो जाने के बाद उनको मार डालेगा. लेकिन उस दिन पूरा परिवार बाहर खाना खाकर आया था. उसके बाद आरोपी ने अपने में कमरे जाकर सबके सोने का इंतज़ार करता रहा. देर रात करीब 2 बजे उसने भाभी के कमरे की बिजली की मेन स्विच ऑफ कर दी. गर्मी लगने से भाभी उठाकर कमरे से बाहर आ गयी. उसके बाद ने उसने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी. इतना ही नहीं हथोड़े से वार किये.
एक - एक कर ली 6 जान
गोली की आवाज सुनकर अजीत की मां सावित्री ऊपर आ गई. उसने उनकी भी गोली मारकर हत्या कर दी. इसके बाद अजीत अपने भाई अनुराग के कमरे में गया. उसने अनुराग को भी गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया. अनुराग के बच्चे लाश देख चिल्लाने लगे उसके बाद उसने एक- एक करके अपने भाई के तीनों बच्चों को मारकर छत से फेंक दिया.
ऐसे हुआ खुलासा
अजीत सुबह का इंतज़ार करता रहा. सुबह होते ही चीख - पुकार करने लगा. और एक झूठी कहानी तैयार की. सभी को कहने लगा भाई अनुराग ने पूरे परिवार की हत्या कर खुदखुशी कर ली है. उसका भाई शराबी था. मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. हालाँकि अनुराग के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से इस मामले का खुलासा हुआ. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अनुराग के सिर में दो गोली लगने की बात सामने आई. और कोई व्यक्ति खुद के सिर में दो गोली नहीं मार सकता. जिसके बाद पुलिस को शक हुआ और पूछताक के बाद अजीत को गिरफतार कर लिया.