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'मां' के अपमान का राहुल गांधी से बदला? रास्ते में ही रोका गया काफिला, जानिए क्या है पूरा विवाद..

राहुल गांधी 10 और 11 सितंबर को रायबरेली के दौरे पर हैं। यहां उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा। प्रदेश सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने राहुल गांधी का काफिला रोक लिया और वह समर्थकों के साथ सड़क पर बैठ गए।

मां के अपमान का राहुल गांधी से बदला? रास्ते में ही रोका गया काफिला, जानिए क्या है पूरा विवाद..
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By Ashish Kumar Goswami

लखनऊ/रायबरेली। कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को बुधवार को अपने ही संसदीय क्षेत्र रायबरेली में बीजेपी कार्यकर्ताओं के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले को रोककर जोरदार नारेबाजी की और "राहुल गांधी वापस जाओ" के नारे लगाए। यह विरोध प्रदर्शन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के खिलाफ कथित तौर पर इस्तेमाल किए गए 'अपशब्दों' को लेकर बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं के गुस्से का नतीजा था।

इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई खुद उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ चुके दिनेश प्रताप सिंह ने की। वे अपने समर्थकों के साथ सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और राहुल गांधी का रास्ता रोक दिया। इस दौरान नारेबाजी और हंगामे के चलते राहुल का काफिला करीब एक किलोमीटर पहले ही रुक गया।

जब पुलिस ने मंत्री दिनेश सिंह को हटाने की कोशिश की, तो पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। हालांकि, कुछ देर बाद स्थिति को काबू में कर लिया गया और राहुल का काफिला आगे बढ़ सका। इस हंगामे के कारण राहुल का काफिला करीब 5 मिनट तक रुका रहा।

वोट चोरी के आरोपों पर राहुल का बयान

विरोध प्रदर्शन के बाद, राहुल गांधी ने बटोही रिसॉर्ट में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा, "पहले लोग कहते थे कि दाल में कुछ काला है, लेकिन किसी के पास कोई सबूत नहीं था। अब हमारे पास सबूत हैं कि वोट चोरी हो रही है।" उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि इस तरह की 'वोट चोरी' को रोकना होगा और चुनाव आयोग पर 'तानाशाही' करने का आरोप भी लगाया।

लोकसभा चुनाव के बाद राहुल का छठा दौरा

लोकसभा चुनाव जीतने के बाद राहुल गांधी का रायबरेली का यह छठा दौरा है। वह बुधवार सुबह दिल्ली से लखनऊ पहुंचे और वहां से सड़क मार्ग से रायबरेली गए। वह 10 और 11 सितंबर को रायबरेली में ही रहेंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें करेंगे।

पोस्टर विवाद: राहुल, अखिलेश, तेजस्वी को 'ब्रह्मा, विष्णु, महेश' बताया गया

रायबरेली में राहुल गांधी के दौरे से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता राहुल निर्मल बागी का एक पोस्टर भी चर्चा का विषय बन गया। इस पोस्टर में राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को 'ब्रह्मा, विष्णु, महेश' के रूप में दिखाया गया है।

पोस्टर बनाने वाले राहुल निर्मल बागी ने कहा कि, राहुल, अखिलेश और तेजस्वी ने जिस तरह से गरीबों और दबे-कुचले लोगों की आवाज उठाई है, वे निश्चित रूप से 'कलियुग के ब्रह्मा, विष्णु और महेश' के अवतार हैं।


इस पर, बीजेपी प्रवक्ता आनंद दुबे ने पलटवार करते हुए कहा कि, राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और अखिलेश यादव 'राजनीति के इच्छाधारी हिंदू' हैं, जो चुनाव आने पर अपना रूप और रंग बदल लेते हैं। उन्होंने कहा कि, ये नेता सिर्फ वोटों के लिए धर्म का सहारा लेते हैं। इससे अब यह साफ है कि, लोकसभा चुनाव के बाद भी रायबरेली की राजनीति में गर्माहट बनी हुई है और बीजेपी और कांग्रेस के बीच टकराव जारी है।

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