IAS Manoj Singh: रिटायरमेंट के 51 दिन पहले हटाए गए अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह, आखिर क्यों हुई कार्रवाई
IAS Manoj Singh: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. रविवार देर रात वन एवं पर्यावरण के अपर मुख्य सचिव आईएएस मनोज सिंह(IAS Manoj Singh) को पद से हटा दिया गया है.
IAS Manoj Singh: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. रविवार देर रात वन एवं पर्यावरण के अपर मुख्य सचिव आईएएस मनोज सिंह(IAS Manoj Singh) को पद से हटा दिया गया है. वहीँ उन्हें वेटिंग में रखा गया है. आईएएस मनोज सिंह को रिटायरमेंट से 51 दिन पहले हटाए जाने के बाद से मामला चर्चे में आ गया है.
आईएएस मनोज सिंह 1989 बैच के अफसर है. आईएएस मनोज सिंह के रिटायरमेंट से 51 दिन बचे हैं. मनोज सिंह अगले महीने 31 दिसंबर को रिटायर होने वाले हैं. आईएएस मनोज सिंह वर्तमान में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अपर सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. मनोज सिंह को योगी सरकार में करीबी अफसर माने जाते हैं. रविवार को उन्हें पद से हटा दिया गया है. उन्हें वोटिंग में डाला गया है.
अब उनकी जगह आईएएस अनिल कुमार तृतीय को वन, पर्यावरण एवं जल परिवर्तन विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है. अनिल कुमार तृतीय श्रम एवं सेवायोजन तथा भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग के प्रमुख सचिव थे. अब उन्हें वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की जिम्मेदारी भी दी गयी है. मनोज सिंह को रिटायरमेंट से 51 दिन पद से हटाते ही हर तरफ चर्चा होने लगी है.
क्यों हटाये गये
मिली जानकारी के मुताबिक़, गंगा में गन्दी को लेकर मामले में कार्रवाई हुई है. राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने प्रदेश में गंगा नदी में हुई लेकर सख्त टिपण्णी की थी. गंगा नदी में गंदगी पर सीवेज की गंदगी गिरने के बुरी तरह दूषित हो गयी है. पानी की गुणवत्ता बेहद खराब हो रही है. एनजीटी ने इसपर सवाल उठाए थे. एनजीटी ने कहा था कि गंदगी से दूषित गंगा जल आचमन लायक नहीं है.
साथ ही राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने उत्तरप्रदेश मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह से चार सप्ताह में गंगा नदी के प्रदूषण से निपटने और गंगा जल को दूषित होने से रोकने के संंबंध में हलफनामा दाखिल करने को कहा है. इस मामले की अगली सुनवाई 20 जनवरी को है. सुनवाई से पहले ही यह कार्रवाई हुई है.
जो आईएएस मनोज सिंह के कार्यकाल के दौरान हुआ.