Hathras professor case: प्रोफेसर ने की हदें पार, नौकरी का झांसा देकर छात्राओं से की अश्लील हरकत
Hathras professor case: उत्तरप्रदेश के एक कॉलेज से शर्मनाक मामला सामने आया है. जहां एक प्रोफेसर पर छात्राओं का यौन शोषण और अश्लील वीडियो बनाने के गंभीर आरोप लगा हैं. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं.

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Hathras professor case: उत्तरप्रदेश के हाथरस के एक कॉलेज से शर्मनाक मामला सामने आया है. जहां एक प्रोफेसर पर छात्राओं का यौन शोषण और अश्लील वीडियो बनाने के गंभीर आरोप लगा हैं. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं.
दरअसल पूरा मामला हाथरस के सेठ पीसी बागला डिग्री कॉलेज का बताया जा रहा है.जहां भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष और चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर रजनीश कुमार पर यौन शोषण और अश्लील वीडियो बनाने के गंभीर आरोप लगे हैं. छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रोफेसर रजनीश परीक्षा में पास करने, नंबर बढ़ाने और नौकरी दिलाने का झांसा देकर अपने दफ्तर या घर पर बुलाते थे, और अश्लील हरकतें करते थे और वीडियो तथा फोटो बनाते थे. सोशल मीडिया पर 50 से अधिक ऐसे वीडियो और तस्वीरें वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है.
महिला आयोग और पुलिस को मिला था गुमनाम शिकायती पत्र
मामला तब सामने आया जब लगभग एक महीने पहले एक गुमनाम शिकायती पत्र महिला आयोग और हाथरस पुलिस को मिला था. शिकायती पत्र देख सभी हैरान रह गए. इसमें रजनीश कुमार पर छात्राओं का यौन शोषण करने और अश्लील वीडियो बनाने का आरोप लगाया गया था. बता दें की पत्र के साथ 12 फोटो भी भेजे गए थे, जिनमें से कुछ कॉलेज के डीन ऑफिस में लिए गए थे.
मामले को दबाने की हुई थी कोशिश
जानकारी के मुताबिक पहले तो हाथरस पुलिस और कॉलेज प्रशासन ने मामले को दबाने की कोशिश की, लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद स्थिति बिगड़ गई. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह को जांच की जिम्मेदारी दे दी गई. बता दें कि चार दिन पहले, हाथरस गेट कोतवाली की औद्योगिक चौकी इंचार्ज सुनील कुमार ने आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ दुष्कर्म, आईटी एक्ट की धारा 66 और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया.
भूगोल विभाग के प्रमुख थे प्रोफेसर
शर्मनाक हरकत करने वाला प्रोफेसर रजनीश कुमार कॉलेज में पिछले 20 वर्षों से भूगोल विभाग का प्रमुख रहा है. 2023 में उन्हें फिर से चीफ प्रॉक्टर नियुक्त किया गया था. छात्राओं ने आरोप लगाया है कि कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को पीड़िताओं की पहचान बताने में सहयोग नहीं किया.