Deoria News: देवरिया में खाकी शर्मसार! दरोगा ने मजदुर को इतना मारा कि करने लगा खून की उल्टियां, हुई मौत, भड़के अखिलेश यादव
Deoria News: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर खाकी शर्मसार हुई है. देवरिया जिले पुलिसकर्मी ने इस कदर एक युवक को मारा की उसे खून की उलटियां होने लगी और फिर उसने दम तोड़ दिया.
Deoria News: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर खाकी शर्मसार हुई है. देवरिया जिले पुलिसकर्मी ने इस कदर एक युवक को मारा की उसे खून की उलटियां होने लगी और फिर उसने दम तोड़ दिया. युवक की मौत से इलाके में हड़कंप मच गया. मौत की खबर सुन ग्रामीण भड़क गए और थाने का घेराव किया.
दरोगा ने युवक को बीच सड़क पीटा
जानकारी के मुताबिक, मामला बरहज थाना क्षेत्र के सतराव चौराहा की है. सोमवार की शाम करीब 4 बजे 30 वर्षीय दद्दन यादव सतरांव चौराहे पर गए हुआ था. तभी सतरांव चौकी इंचार्ज वीरेंद्र कुशवाहा ने उसे बुलाया लेकिन दद्दन ने मना कर दिया. इसके बाद दोनों के बीच कहासूनी होने लगी. फिर दरोगा ने उसे बीच सड़क बेरहमी से पीटा. उसे जमीन पर गिराकर लाठियां बरसाई. उसे इस कदर मारा कि मुहं से खून के उल्टियां होने लगी. बाजार में खड़े लोग देखते रहे.
इलाज के दौरान हुई मौत
दरोगा के जाने के बाद परिजन पहुंचे और युवक को बरहज के अस्पताल ले जाया गया. जहाँ से उसे देवरिया मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया. हालाँकि मंगलवार की रात को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. दद्दन यादव के मौत की जानकारी मिलते ही ग्रामीण आक्रोशित और थाने पंहुचकर प्रदर्शन करने लगे. ग्रामीणों ने थाने का घेराव किया और दरोगा वीरेंद्र कुशवाहा के खिलाफ नारेबाजी की.
दरोगा के खिलाफ केस दर्ज
जिसके बाद एसपी संकल्प शर्मा ने कार्रवाई का आश्वासन दिया. तब जाकर ग्रामीण शांत हुए. एसपी संकल्प शर्मा ने बताया दारोगा के खिलाफ धारा 302, 504 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. मृतक युवक की पत्नी ने बताया कि कि दरोगा दबंग किस्म का आदमी है. उसका पति दद्दन यादव मजदूरी करता था. दरोगा बिना किसी बात के लोगों के चालान काटता था. प्रधान के बेटे की गाड़ी का भी चालान काट था. जब उसे पता चला दद्दन की प्रधान के परिवार के करीब है तब से उसे परेशान करने लगा था.
अखिलेश यादव ने की मुआवजे की मांग
इधर इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने न्याय और 5 करोड़ का मुआवजे की मांग की है. उन्होंने कहा एक्स पर लिखा "भाजपा के राज में पुलिस प्रशासन के अंदर कुछ भ्रष्ट लोगों को ऐसा लगने लगा है कि वो कुछ भी अवैधानिक करेंगे तो उनके भाजपाई आका उनको बचा लेंगे। चुनावों में जनता इस ग़लतफ़हमी को दूर कर रही है। सरेआम अत्याचार, जनता से जानलेवा मारपीट, हिरासत में मौत, झूठे एन्काउंटर, बढ़ती वसूली जैसे मुद्दों ने भाजपा के काल में पुलिस को बेलगाम बना दिया है. देवरिया की दोषी पुलिस के ख़िलाफ़ हत्या का मामला दर्ज हो और मृतक के परिवार को कम-से-कम 5 करोड़ का मुआवज़ा दिया जाए.