Bareilly News: यमराज को आ गया चक्कर! हार्ट अटैक से तड़प रहे ऑटो चालक को ‘देवदूत’ बने पुलिसवालों ने ऐसे बचाया.....
Bareilly Police Ne CPR Dekar Bachai Jan: बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में बुधवार शाम मानवता और सतर्कता की मिसाल उस वक्त देखने को मिली जब सेटेलाइट बस अड्डे के पास ड्यूटी पर तैनात एक दरोगा और सिपाही ने हार्ट अटैक (Heart Attack) से तड़प रहे ऑटो चालक को CPR (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) देकर उसकी जान बचा ली। यह पूरी घटना न केवल बरेली पुलिस (Bareilly Police) की तत्परता को दर्शाती है बल्कि जीवन को समय रहते बचाने का उदाहरण भी बन गई है।

Bareilly Police Ne CPR Dekar Bachai Jan: बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में बुधवार शाम मानवता और सतर्कता की मिसाल उस वक्त देखने को मिली जब सेटेलाइट बस अड्डे के पास ड्यूटी पर तैनात एक दरोगा और सिपाही ने हार्ट अटैक (Heart Attack) से तड़प रहे ऑटो चालक को CPR (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) देकर उसकी जान बचा ली। यह पूरी घटना न केवल बरेली पुलिस (Bareilly Police) की तत्परता को दर्शाती है बल्कि जीवन को समय रहते बचाने का उदाहरण भी बन गई है।
सवारियों में मची अफरा तफरी
यह घटना बुधवार शाम की है, जब ऑटो चालक टिंकू गुप्ता अपने ऑटो में सवारियां बैठाकर रवाना होने ही वाले थे कि अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। टिंकू को सीने में तेज दर्द हुआ और वह बेसुध हो गए। यह देख ऑटो में बैठी सवारियों में अफरा तफरी मच गई। घबराई सवारियों की आवाज सुनकर पास की सेटेलाइट पुलिस चौकी पर तैनात ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर (TSI) सत्यवीर सिंह (TSI Satyaveer Singh) और हेड कांस्टेबल इरशाद (Head Constable Irshad) तुरंत मौके पर दौड़ पड़े। उन्होंने देखा कि टिंकू गुप्ता बेहोश हो चुके हैं और उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है। बिना देर किए ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर (TSI) सत्यवीर सिंह ने CPR (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) देना शुरू किया।
कुछ समय पहले हुई थी बाईपास सर्जरी
लगातार CPR (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) देने के कुछ घंटों बाद टिंकू को होश आ गया। जब उन्हें होश आया, तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें पानी पिलाया और तत्काल उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल भिजवाया। मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस के इस कदम की जमकर सराहना की। टिंकू गुप्ता ने अस्पताल में हालत में सुधार के बाद बताया कि उनकी कुछ समय पहले बाईपास सर्जरी (Bypass surgery) हुई थी। वह एक महीने पहले ही ठीक हुए हैं और परिवार का खर्च चलाने के लिए फिर से ऑटो चलाना शुरु किया है। उन्होंने पुलिसकर्मियों का आभार जताते हुए कहा कि अगर समय पर दरोगा साहब और कांस्टेबल नहीं आते तो शायद मेरी जान चली जाती।
पुलिस की सराहना
इस घटना के बाद स्थानीय लोग और सोशल मीडिया पर भी पुलिस की सराहना हो रही है। बरेली पुलिस (Bareilly Police) ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इस घटना को साझा करते हुए अपने पुलिसकर्मियों की तत्परता और मानवता की भावना की प्रशंसा की है। यह घटना एक बार फिर दिखाती हा कि पुलिस केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि जरूरत पड़ने पर वो लोगों की जान भी बचाते हैं। टीएसआई सत्यवीर सिंह (TSI Satyaveer Singh) और हेड कांस्टेबल इरशाद (Head Constable Irshad) का यह साहसिक कार्य सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत है।
