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6 दोस्तों की दर्दनाक मौत : बेटे की मौत की खबर पर कार से आ रहे मां-पिता की कार भी दुर्घटनाग्रस्त……..मृतक में दो भाई…. गाड़ी के साथ शव के भी उड़े परखच्चे…..चार-चार टुकड़ों में मिला शव

6 दोस्तों की दर्दनाक मौत : बेटे की मौत की खबर पर कार से आ रहे मां-पिता की कार भी दुर्घटनाग्रस्त……..मृतक में दो भाई…. गाड़ी के साथ शव के भी उड़े परखच्चे…..चार-चार टुकड़ों में मिला शव
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By NPG News

इंदौर 23 फरवरी 2021। दर्दनाक सड़क हादसे में 6 युवकों की मौत हो गयी। सभी मृतक दोस्त हैं और देर रात देवास से इंदौर लौट रहे थे। हादसा इतना भीषण था कि गाड़ियों के साथ-साथ मृतक के शरीर भी कई टुकड़ों में बंट गया। मृतक 6 युवकों में दो भाई भी हैं। इधर एक युवक सुमित यादव की मौत की खबर पर कानपुर से आ रहे माता-पिता की कार भी दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। घटना देर रात की बतायी जा रही है। हादसे का सीसीटीवी भी सामने आया है, जिसमें फुल स्पीड कार ट्रक से टकराती दिख रही है।

जानकारी के अनुसार, लसूड़िया थाना क्षेत्र के निरंजनपुर चौराहे के पास सड़क किनारे खड़े डंपर से तेज रफ्तार कार जा टकराई। हादसे में चार युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं दो को गंभीर हालत में एमवाय अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, हादसा इतना भीषण था कि कार के दरवाजे काटकर शवों और घायलों को बाहर निकाला गया। कई मृतकों के शव तो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।

सभी दोस्त इंदौर के है, जिनके नाम हैं। ऋषि (19), 129 भाग्यश्री कॉलोनी, गोलू उर्फ सूरज (25), मालवीय नगर, छोटू उर्फ चंद्रभान रघुवंशी (23), मालवीय नगर, सोनू जाट (23), आदर्श मेघदूत नगर, सुमित (30), भाग्यश्री कॉलोनी और देव (28), 384/3 मालवीय नगर में रहता था। हादसा इतना भीषण था कि दो दोस्त सीट से उछलकर बोनट पर आ गिरे थे। मारे गए युवकों की बॉडी चार हिस्सों में बंट गई थी। पोस्टमार्टम के बाद शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।

मृतक सूरज और देव दोनों चचेरे भाई है। सूरज निजी कंपनी में काम करता था और परिवार में उसकी एक बड़ी बहन है। इसी तरह चचेरे भाई देव की भी एक छोटी बहन है। देव बीबीए की पढ़ाई कर रहा था। स्वजन ने बताया कि सूरज पार्टी के लिए लेकर गया था। वहीं एक अन्य मृतक मृत सोनू विदेश में रहकर बीबीए कर रहा था। लॉकडाउन के दौरान वह घर आया था। कोरोना के कारण विदेश नहीं गया और इंदौर में रुक गया। परिवार में इकलौता बेटा है। पिता खेती करते हैं और तीन बहनें हैं। इसी तरह सुमित यादव के घर में गमी होने से माता-पिता कानपुर गए थे। पिता किराना दुकान चलाते हैं। सुमित भी पढ़ाई कर रहा था।

एक अन्य मृतक ऋषि पंवार घर में सबसे छोटा था। वह तो अभी 12वीं में ही पढ़ रहा था। वह भी घर का इकलौता चिराग बताया जा रहा है। उसके पिता टिफिन सेंटर चलते है। वह घर पर दोस्तों के साथ पार्टी में जाने का बोलकर निकला था।

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