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what is cyclone Michaung?..मिचौंग तूफान क्या है? कौन रखता है ऐसे नाम, जाने इसका अर्थ और कैसे होता है चक्रवाती तूफान का नामकरण....

what is cyclone Michaung?..मिचौंग तूफान क्या है? कौन रखता है ऐसे नाम, जाने इसका अर्थ और कैसे होता है चक्रवाती तूफान का नामकरण....
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By Sandeep Kumar

नईदिल्ली। इन दिनों देश के कई हिस्सों में चक्रवाती तूफान मिचौंग ने हाहाकार मचाया हुआ है। इस तूफान की वजह से तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में जबरदस्त तबाही हुई है। तूफान की चपेट में आये कुछ लोगों की जान भी गई है। बंगाल की खाड़ी से उठे विनाशकारी मिचौंग तूफान का असर देश के कई राज्यों में दिख रहा है। चक्रवात मिचौंग बंगाल की खाड़ी का चौथा चक्रवाती तूफान और 2023 में हिंद महासागर में बनने वाला छठा चक्रवात बन जाएगा।

ऐसे में हर किसी के मन में एक ख्याल आ रहा है कि मिचौंग तूफान क्या है?.. और इसका नाम किसने रखा है? तो आइये जानते हैं मिचौंग के बारे में...

मिचौंग का अर्थ होता है ताकत और लचीलापन। मिचौंग म्यांमी का शब्द है। WHO वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन की माने तो ये नाम म्यांमार ने दिया है। दरअसल, WMO और यूनाइटेड नेशंस इकोनॉमिक एन्ड सोशल कमीशन (ESCAP) नाम की एक 13 देशों की संस्था हैं, जो दुनियाभर में आने वाले चक्रवात का नामकरण करती है। एक बार जो नाम रख दिया जाता है, उस नाम को ये संस्था दोबारा नहीं रखती है।

इन 13 देशों की संस्था रखती है नाम

ESCAP और WMO में शामिल जो 13 देश है उनमें मालदीव, यमन, भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, पाकिस्तान, अमीरात, कतर, सऊदी अरब, श्रीलंका, थाईलैंड, ईरान, संयुक्त अरब और ओमान का नाम शामिल हैं। ये देश बारी-बारी से चक्रवाती तूफानों का नामकरण करते हैं।

बंगाल की खाड़ी से उठे इस चक्रवाती तूफान का नाम मिचौंग म्यांमार ने रखा है। ऐसे में अब अगले तूफान के नामकरण पाकिस्तान करेगा।

जानिए चक्रवात क्या होता है?

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के मुताबिक, चक्रवात कम दबाव वाले क्षेत्र के आसपास वायुमंडलीय गड़बड़ी के कारण होता है। जो तेज और अक्सर विनाशकरी होते हैं। चक्रवात शब्द ग्रीक शब्द साइक्लोस से लिया गया है जिसका अर्थ सांप की कुंडली है। चक्रवात समुद्र से वायुमंडल में भारी मात्रा में ऊर्जा के साथ बनते हैं। अध्ययनों के अनुसार, हर साल दुनिया भर में 70 से 90 चक्रवाती सिस्टम विकसित होते हैं।

ऐसे ही रहेगा कुछ दिन हाल

आंध्र प्रदेश के मध्य तट पर गहरा दबाव (चक्रवात मिचौंग का अवशेष) पिछले 6 घंटों के दौरान 11 किमी प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ा है और एक दबाव में कमजोर हो गया है और आज 6 दिसंबर को 05:30 बजे IST पर अक्षांश 17.4 के पास केंद्रित है। पूर्वोत्तर तेलंगाना, दक्षिण छत्तीसगढ़ और दक्षिण आंतरिक ओडिशा में डिग्री उत्तर और 80.5 डिग्री पूर्व। यह उत्तर में जारी रहेगा और दोपहर तक एक सुस्पष्ट निम्न दबाव में कमजोर हो सकता है।

मिचौंग तूफ़ान का असर दिल्ली के साथ कई राज्यों में दिख रहा है। बारिश और ठंडी हवाएं लोगों को सिहरा रही है। कई राज्यों में बारिश का भी दौर जारी हैं। मौसम विभाग की मानें तो पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी यूपी, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और झारखंड के कुछ इलाकों में अभी आने वाले कुछ दिनों तक हल्की बारिश और ठंडी हवाएं जारी रहेगी। साथ ही पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी जारी रहेगी।

तमिलनाडु में 17 लोगों की मौत

चक्रवात से पहले हुई मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ में तमिलनाडु में 17 लोगों की मौत हो गई है। भीषण बाढ़ के कारण पूरे चेन्नई के निवासियों को दूध, पीने के पानी और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है। कई जिलों की सड़कें और घर जलमग्न है। बिजली संकट की समस्या पैदा हो गई। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए गुरुवार को तमिलनाडु का दौरा करेंगे।

Sandeep Kumar

संदीप कुमार कडुकार: रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम और पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस में पीजी करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं। पिछले 10 सालों से विभिन्न रीजनल चैनल में काम करने के बाद पिछले सात सालों से NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहे हैं।

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