Mainpuri News: नमाज पढ़ने देने के लिए रोकी थी बस, सस्पेंड हुए कंडक्टर ने की ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी
Mainpuri News: यूपी रोडवेज के एक कर्मचारी ने ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली है. उस कर्मचारी की पहचान मोहित यादव (32) के तौर पर हुई है. वह रोडवेज बस का कंडक्टर था, जिसे निलंबित कर दिया गया था.
Mainpuri News: यूपी रोडवेज के एक कर्मचारी ने ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली है. उस कर्मचारी की पहचान मोहित यादव (32) के तौर पर हुई है. वह रोडवेज बस का कंडक्टर था, जिसे निलंबित कर दिया गया था. इस वजह से वह सदमे में चला गया था. बताया जाता है कि उसने दिल्ली जाने वाली अपनी बस को रास्ते में रोका था, तो मुस्लिम यात्रियों ने नमाज पढ़ी थी. इससे बस में सवार अन्य यात्री खफा हो गए थे और उन्होंने निगम अधिकारियों की शिकायत कर दी थी. जिसके बाद परिवहन निगम के अधिकारी ने कंडक्टर मोहित यादव को निलंबित कर दिया था.
अब मोहित यादव द्वारा आत्महत्या कर लिए जाने की खबर आने के बाद से परिवहन निगम की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है. संवाददाता ने बताया कि मोहित यादव उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में घिरौर थाना के तहत नगला खुशाली का निवासी था. पिछले आठ साल से वह यूपी रोडवेज (यूपीएसआरटीसी) में संविदा कर्मचारी के तौर पर काम कर रहा था और उसका वेतन करीब 17,000 रुपये महीना था. मोहित यादव को निलंबित किए जाने की घटना बीते 5 जून की है, उसके साथ बस के ड्राइवर को भी निलंबित कर दिया गया था.
मोहित की मौत के बाद उसके एक करीबी दोस्त ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘निलंबन के बाद वह रोटी रोटी को मोहताज हो गया था. उसके पास पैसे खत्म हो गए थे और वह तंगी से गुजर रहा था. वह घर चलाने के लिए संघर्ष कर रहा था.’
दोस्त के मुताबिक, मोहित ने आत्महत्या करने से पहले उससे कुछ देर के लिए बात की थी. दोस्त ने बताया, ‘हम एक साथ काम करते थे. उसने आत्महत्या करने से पहले रविवार की रात मुझे जब फोन किया, तो उसके पास अपना फोन रिचार्ज करने के लिए भी पैसे नहीं थे. फिर उसने ही उसे पलट कर फोन मिलाया था और इस पर मोहित ने उससे कहा था कि अपील दायर करने के अलावा उसे नौकरी वापस मिलने के कोई चांस नजर नहीं आ रहे हैं. इसी के साथ मोहित के दोस्त ने ‘यूपीएसआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक बरेली दीपक चौधरी के ऊपर आरोप लगाया कि, उनका रवैया अच्छा नहीं है. इसी वजह से मोहित डिप्रेशन में चल रहा था. दूसरी ओर जब दीपक चौधरी से इस सम्बंध में बात की गई तो उन्होंने कहा था कि ‘हमने सोशल मीडिया पर शिकायत के बाद उसे निलंबित कर दिया. शिकायतकर्ता ने जो वीडियो साझा किया था उससे सारे तथ्य साफ समझ में आ रहे थे. इसी के साथ दीपक चौधरी ने कहा कि मोहित चाहता तो अपील दायर कर सकता था. उनकी मौत का कारण कुछ और हो सकता है.
मोहित के साथ ही बस चालक केपी सिंह (58) को भी सस्पेंड किया गया है. मोहित की आत्महत्या को लेकर उन्होंने कहा कि, ‘मैं अभी तक मोहित के संपर्क में था. वह आर्थिक तंगी से गुजर रहा था. नौकरी जाने के बाद वह और भी परेशान हो गया था. उसके माता-पिता भी उसका सहयोग नहीं करते थे. चालक ने मीडिया को बताया कि, उसे भी नमाज वाली घटना के बाद ही निलंबित किया गया था और वह तब से सस्पेंड है और बस किसी तरह से गुजर-बसर कर रहा है.
वहीं यूपीएसआरटीसी एमप्लॉयज यूनियन के क्षेत्रीय सचिव रवींद्र पांडे ने कहा कि इस मामले में अगर मोहित का परिवार कोई शिकायत करता है तो वे उनसे साथ खड़े रहेंगे और उनके हक के लिए लड़ेंगे. इसी के साथ रवींद्र पांडे ने ये भी कहा कि, ‘मोहित के खिलाफ की कार्रवाई न्याय संगत नहीं थी. उसे बिना उचित जांच के बर्खास्त किया गया था. ये ठीक नहीं हुआ तो वहीं एसएचओ घिरौर भोलू सिंह भाटी ने सोमवार को मीडिया को जानकारी दी कि ‘मोहित का शव जीआरपी अधिकारियों को रेल पटरी पर मिला था और उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. फिलहाल इस सम्बंध में अभी तक किसी ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है. अगर कोई शिकायत करता है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी.
मीडिया सूत्रों की मानें तो यूपी रोडवेज के बस कंडक्टर मोहित यादव 3 जून को दिल्ली जाने वाली बस में कंडक्टर थे और बस में सवार दो लोगों ने नमाज पढ़नेके लिए दो मिनट के लिए बस रोकने की गुजारिश की थी. इस पर मोहित ने बरेली-दिल्ली हाइवे पर दो मिनट के लिए बस रोकी थी. इसी के बाद उनके साथ ही चालक को भी सस्पेंड कर दिया गया और आर्थिक तंगी से गुजरने के कारण उन्होंने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली. मोहित यादव रविवार रात लापता हो गया था, उसका शव अगली सुबह मैनपुरी स्थित उसके घर के पास रेलवे की पटरियों पर मिला था.