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जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का सनसनीख़ेज़ दावा, कहा- पुलवामा हमला मोदी सरकार की 'लापरवाही' का था नतीजा

पुलवामा हमला: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ भाजपा नेता सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले को लेकर मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सत्यपाल मलिक ने इसे मोदी सरकार की लापरवाही करार दिया है।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का सनसनीख़ेज़ दावा, कहा- पुलवामा हमला मोदी सरकार की लापरवाही का  था नतीजा
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By NPG News

पुलवामा हमला: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ भाजपा नेता सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले को लेकर मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सत्यपाल मलिक ने इसे मोदी सरकार की लापरवाही करार दिया है। पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कारन थापर को इंटरव्यू के दौरान कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की चूक के कारण 2019 में पुलवामा आतंकी हमला हुआ। सत्यपाल मलिक ने कहा कि सीआरपीएफ ने एयरक्राफ्ट की मांग की थी। लेकिन उन्हें देने से गृह मंत्रालय ने इनकार कर दिया। मलिक ने यह भी दावा किया कि उन्होंने इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी बताया तो उन्होंने चुप रहने को कहा।

द वायर को दिए इंटरव्यू में मलिक ने कहा कि इतना बड़ा काफिला कभी रोड से नहीं जाता। उन्होंने कहा कि सीरआपीएफ ने गृह मंत्रालय से एयरक्राफ्ट मांगे थे जो नहीं दिया गया गया। मलिक ने कहा कि अगर मेरे से पूछते तो मैं उन्हें एयरक्राफ्ट कैसे भी देता। 5 एयरक्राफ्ट की जरूरत थी।

मलिक ने यह भी कहा कि यह बात मैंने प्रधानमंत्री को भी बताई कि ये हमारी गलती से हुआ है, अगर हम उन्हें एयरक्राफ्ट दे देते तो ये नहीं होता, तो उन्होंने कहा कि तुम अभी चुप रहो। जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा छिनने के पहले अंतिम राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने कहा कि ये बात मैंने कई टीवी चैनलों को भी बताई तो उन्होंने कहा कि 'ये सब मत बोलो, ये कोई और चीज है। हमें बोलने दो...'।

मलिक ने आगे कहा, ये बातें मैंने एनएसए अजीत डोभाल से भी कही। उन्होंने मुझसे कहा, 'ये सब मत बोलिए। आप चुप रहिए... मुझे लग गया था कि अब ये सारी जिम्मेदारी पाकिस्तान के तरफ जाना है तो 'चुप रहिए'। पुलवामा आतंकी हमले में में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। मलिक ने कहा कि जिस रास्ते से सीआरपीएफ ने जवानों को भेजा पहले वहां की अच्छे से पड़ताल नहीं की। यह 100 प्रतिशत खुफिया विफलता थी।

पूर्व राज्यपाल ने कहा कि अनुमानित 300 किलोग्राम विस्फोटक से लदी कार (जो काफिले से टकराई थी) बमबारी से पहले 10-12 दिनों तक इलाके के गांवों में घूमी थी और उसका पता नहीं चला था। जबकि इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक केवल पाकिस्तान से ही आ सकते थे। उन्होंने कहा, ये सुरक्षा चूक मौतों के लिए जिम्मेदार हैं।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को "भ्रष्टाचार से बहुत नफरत नहीं है और उन्हें जम्मू-कश्मीर के बारे में गलत जानकारी है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री कश्मीर को लेकर गफलत में हैं और उन्हें कश्मीर के बारे में कोई ज्ञान नहीं है। जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा छिनने के पहले अंतिम राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने कहा, "मैं साफ तौर पर कह सकता हूं प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार से बहुत नफरत नहीं है।"

पूरा साक्षात्कार देखें


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