Gangster Deepak Boxer: दिल्ली पुलिस के हाथ लगी बड़ी सफलता, गैंगस्टर दीपक बॉक्सर मैक्सिको से गिरफ्तार, जाने कैसे हुई गिरफ़्तारी
Deepak Boxer Arrested: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच ने एफबीआई की मदद से गोगी गैंग की कमान संभाल रहे गैंगस्टर दीपक पहल उर्फ बॉक्सर को मैक्सिको से गिरफ्तार किया गया है। इस गिरफ्तारी का आदेश सीधे गृह मंत्रालय से दिल्ली पुलिस को मिला था।
Deepak Boxer Arrested: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच ने एफबीआई की मदद से गोगी गैंग की कमान संभाल रहे गैंगस्टर दीपक पहल उर्फ बॉक्सर को मैक्सिको से गिरफ्तार किया गया है। इस गिरफ्तारी का आदेश सीधे गृह मंत्रालय से दिल्ली पुलिस को मिला था। करीब तीन महीने के ऑपरेशन में पुलिस हजारों किलोमीटर दूर विदेश में बैठे गैंगस्टर तक पहुंच गई। दिल्ली पुलिस टर्की के रास्ते गैंगस्टर को बुधवार सुबह तक दिल्ली लेकर पहुंचेगी। पुलिस को एक्सटॉर्शन के करीब 10 बड़े मामलों में इसकी तलाश थी।
स्पेशल सीपी हरगोविंद सिंह धालीवाल ने बताया कि पिछले साल अगस्त माह में गृह मंत्री अमित शाह ने एक मीटिंग में स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच को अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय भगौड़े गैंगस्टरों को पकड़ने का आदेश दिया था। गृह मंत्री के निर्देश पर स्पेशल सेल पिछले कुछ महीनों से काम कर रही थी। 2021 में रोहिणी कोर्ट में जितेन्द्र गोगी की हत्या के बाद दीपक पहल ही उसके गैंग को संभाल रहा था। इसके बारे में पता चला था कि वह जनवरी में फर्जी पासपोर्ट बनाकर कोलकता से फ्लाइट पकड़ पहले दुबई पहुंचा और वहां से मैक्सिको गया। दीपक पांच साल में 10 बड़े एक्सटॉर्शन के मामलों में शामिल रहा है। मूलरूप से गन्नौर, सोनीपत हरियाणा का रहने वाला दीपक राष्ट्रीय स्तर का बॉक्सर रहा है और गोल्ड मेडलिस्ट है।
दिल्ली पुलिस को इसकी लोकेशन मैक्सिको में मिली थी। इसके बाद दिल्ली पुलिस के दो डीसीपी रैंक के अफसर टीम के साथ मैक्सिको पहुंचे। मैसिको पुलिस, एफबीआई और भारत की अन्य जांच एजेन्सियों की मदद से इसे पकड़ा जा सका। दीपक पहल को सड़क मार्ग से यूएसए क्रॉस करना था। इसके लिये मानव तस्कर गिरोह के सरगना की मदद ली जा रही थी। कैलिफोर्निया में रह रहे कजन संदीप नाहरी की मदद से दीपक मैक्सिको तक पहुंचने में कामयाब रहा।
दीपक को मैक्सिको से स्पेशल सेल की टीम टर्की लाई। मंगलवार रात को फ्लाइट है। सब कुछ सही रहा यानि फ्लाइट समय पर रही, तो बुधवार सुबह तक दीपक दिल्ली पहुंच जाएगा। बताया जा रहा है कि दीपक के ऊपर तीन लाख रुपए का इनाम घोषित था। यह लगातार अपने कुछ साथियों के संपर्क में था।
दीपक का नाम बुराडी में हुई बिल्डर अमित गुप्ता की हत्या में भी सामने आया था। मर्डर केस के सभी शूटर पकड़े जा चुके हैं। दिल्ली लाने पर सेल की टीम दीपक पहल से लंबी पूछताछ करेगी। पता लगाया जाएगा कि जनवरी के पहले हफ्ते से लेकर गिरफ्तारी तक वह कितने अपराध में शामिल रहा।
दीपक को लेकर पुलिस के पास पुख्ता जानकारी थी। पुलिस के पास उसका पूरा रूट मैप आ चुका था। स्पेशल सीपी धालीवाल ने बताया कि दीपक कैसे रवि अंतिल के नाम से बरेली से पासपोर्ट बनवाने में कामयाब रहा। इसके बाद वह बरेली से फ्लाइट पकड़ पहले कलकत्ता पहुंचा। वहां से दुबई फिर अलमाती, इस्तानबुल, पेनेमिरेबो, पोर्टा स्पेन, पेनेमा सिटी, एलसेलवाडोर और आखिर में कैनकून मैक्सिको पहुंचने में कामयाब रहा। इंटरनेशनल मानव तस्करों की भाषा में किसी शख्स का इस तरह कई शहर और जंगलों से होकर अपने गंतव्य तक पहुंचने को डोंकी कहा जाता है। इसमें मददगारों को डोंकर बोला जाता है। डोंकर ही पैसे लेकर एक जगह से दूसरी जगह जाने का रास्ता चुनते हैं। इस बीच पकड़े जाने का खतरा भी डोंकर ही उठाते हैं।