Ganeshotsav Special : भारत में हर शुभ कार्य और पूजन से पहले किया जाता है गणपति जी को याद... पर सबसे बड़ी प्रतिमा यहाँ
Ganeshotsav Special : दुनिया की सबसे ऊंची गणेश प्रतिमा थाईलैंड में चाचोएंगसाओ प्रांत के खलोंग खुआन गणेश अंतरराष्ट्रीय पार्क में स्थित है.

Ganeshotsav Special : भारत देश में गणपति जी की पूजा हर शुभ काम, शुभ शुरुआत और हर पूजा के पहले की जाती है. यहाँ तक हर साल 10 दिनों तक गणेशोत्सव के दौरान उनकी सेवा होती है. हमारे देश में हर राज्य के हर जिले, शहर, गांव मोहल्ले में स्वयंभू से लेकर विराजित गणेश जी की अनगिनत मंदिर और मुर्तिया हैं. जो देश में गणेश जी के प्रति श्रद्धा और प्रेम को बयां करती है. लेकिन क्या आपको पता है विश्व की सबसे बड़ी गणेश जी की मूर्ति हमारे देश में नहीं बल्कि कहीं और है. जी हां यह आश्चर्य तो है पर सच्ची बात है.
दुनिया की सबसे ऊंची गणेश प्रतिमा भारत में नहीं, बल्कि थाईलैंड में है? जी हां! दुनिया की सबसे ऊंची गणेश प्रतिमा चाचोएंगसाओ प्रांत के खलोंग खुआन गणेश अंतरराष्ट्रीय पार्क में स्थित है. यह अद्भुत कांस्य प्रतिमा एक प्रमुख तीर्थस्थल और पर्यटन स्थल बन गई है. विघ्नहर्ता और बुद्धि के देवता माने जाने वाले भगवान गणेश की पूजा दक्षिण पूर्व एशिया में ब्राह्मणवाद के प्रसार के बाद से थाईलैंड में की जाती रही है. वर्षों से, उनकी उपस्थिति थाई संस्कृति में गहराई से समा गई है और उन्हें ज्ञान, सफलता और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है.
39 मीटर ऊंची गणेश प्रतिमा
खलोंग खुआन गणेश अंतरराष्ट्रीय पार्क में स्थित 39 मीटर ऊंची गणेश प्रतिमा, चार साल के निर्माण के बाद 2012 में बनकर तैयार हुई. 854 कांसे की मूर्तियों से निर्मित और 40,000 वर्ग मीटर में फैली यह प्रतिमा, बंग पाकोंग नदी के ऊपर भव्य रूप से खड़ी है, जो सड़क और नदी दोनों तरफ से राहगीरों को दिखाई देती है. गणेश थाई संस्कृति में समाहित हो गए और अब उन्हें सफलता, ज्ञान और सुरक्षा के देवता के रूप में माना जाता है.
2 अन्य गणेश प्रतिमाएं भी है यूनिक
चाचोएंगसाओ शहर में गणेश जी की दो और खूबसूरत और विशाल मूर्तियां हैं : वाट समन रतनराम (लगभग 16 मीटर ऊंची और 22 मीटर लंबी) में लेटी हुई गणेश जी की मूर्ति, और वाट फ्रोंग अकात (लगभग 49 मीटर ऊँची) में बैठी हुई गणेश जी की मूर्ति. ये मूर्तियां दर्शाती हैं कि थाईलैंड के लोग अपने दैनिक जीवन में भगवान गणेश में कितनी गहरी आस्था रखते हैं.
