Dog Bites And Rabies: कुत्ते से सावधान...क्योंकि इनके काटने से जा सकती जान, हल्के में न लें डाॅग बाइट को, लार तक जानलेवा, जाने कुत्ता काटे तो क्या करें...
Dog Bites And Rabies: कुत्ते से सावधान...क्योंकि इनके काटने से जा सकती जान, हल्के में न लें डाॅग बाइट को, लार तक जानलेवा, जाने कुत्ता काटे तो क्या करें...

Dog Bites And Rabies
Dog Bites And Rabies: अवारा कुत्ते सड़कों से कब हटेंगे, हटेंगे भी या नहीं, विरोध में सड़कों पर कितने प्रदर्शन होंगे, कितनों पर हमले होंगे, ये हम सब देखेंगे लेकिन उससे ज्यादा बड़ा प्रश्न यह है कि जब तक सड़कों पर इनकी खौफनाक मौजूदगी है, इनसे हम कैसे बचें? कोई बच्चा जब बेतहाशा भौंकते और हमलावर होते कुत्तों के भय से चीखता हुआ जान लगा कर भागता हुआ भी उनसे बच न पाए तो हम क्या करें? अपना या पराया वह बच्चा या किसी भी उम्र का कोई व्यक्ति अगर डाॅग बाइट का शिकार हो जाए तो फौरन उसकी मदद करें। क्योंकि डाॅग बाइट जानलेवा हो सकती है। आइये जानते हैं कुत्ते के काटने पर समस्या कितनी गंभीर हो सकती है और हमें पीड़ित के बचाव में तुरंत क्या करना चाहिए।
कितनी खतरनाक है डाॅग बाइट?
हर डाॅग बाइट खतरनाक है क्योंकि कुत्ते की लार में कई खतरनाक बैक्टीरिया होते हैं जो इंसान के शरीर पर बहुत बुरा असर दिखाते हैं। वहीं अगर कुत्ते को रेबीज है तब तो खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
क्या होता है रेबीज?
रेबीज़ के बारे में ये सामान्य जानकारी ये है कि यह कुत्ते, खासकर पागल कुत्ते के काटने से होता है और रेबीज़ के इंजेक्शन लगवाने पर इंसान ठीक हो जाता है लेकिन यह इसकी भयावहता को कम करके आंकना है। कुत्ते के काटने से, यहां तक कि उसकी लार से भी रैबीज़ हो सकता है।
रैबीज़ एक वायरस से होने वाली बीमारी है। यह वायरस कुत्ते (और बंदर, चमगादड़, लोमड़ी समेत कुछ जानवरों) की लार में मौजूद होता है। कुत्ते के काटने ( dog bite) के अलावा इसके किसी खुले घाव पर चाट लेने से भी लार के साथ यह वायरस इंसान के शरीर में पहुंच जाता है। घाव के अलावा आंखों, मुंह और नाक जैसी पनीले हिस्सों पर अगर यह लार टपक जाए तो भी रेबीज हो सकता है। शरीर में पहुंचा यह वायरस दिमाग के साथ पूरे नर्वस सिस्टम पर असर करता है। इसकी वजह से इंसान को शारीरिक कष्ट तो होते ही हैं, उसके व्यवहार में भी चौंकाने वाले बदलाव आते हैं। कैसे होते हैं ये बदलाव, आइये जानते हैं।
रेबीज़ के लक्षण
रेबीज के कुछ लक्षण बाकी बीमारियों से काफी अलग होते हैं। आइये जानते हैं कि कैसे लक्षण क्रमशः जटिल होते जाते हैं, व्यवहार को बदल देते हैं और जान तक ले लेते हैं।
1. शुरुआत में डॉग बाइट की जगह पर खुजली और चुभन होती है।
2. सिर दर्द और बुखार की समस्या पैदा होती है।
3. मांसपेशियों में अत्यधिक दर्द होता है।
4. इंसान को बार-बार बेहोशी आने लगती हैं।
5. इंसान किसी मशीन की तेज आवाज से या यहां तक कि तेज आवाज से पुकार लेने पर भी घबरा जाता है।
6. उसका शरीर रोशनी के प्रति हद से ज्यादा सेंसिटिव हो जाता है।
7. इंसान पानी से दूर भागने लगता है यहां तक कि पानी पीने से भी डरने लगता है।
8. उसे तेज हवा से भी डर लगता है। पंखा तेज करना बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कर पाता।
9. पेशेंट को बोलने और गटकने में दिक्कत महसूस होती है और कई बार मुंह से झाग भी निकलने लगता है।
10. रेबीज होने पर इंसान कोमा में भी जा सकता है और उसकी मौत भी हो सकती है।
कुत्ता काटे तो क्या करें
सबसे पहले अपने हाथ को साबुन से धोएं। हाथ में गंदगी होने पर घाव में संक्रमण हो सकता है। अब घाव की जगह को नल के नीचे रनिंग वाॅटर से धोएं। जब धूल-मिट्टी और लार साफ हो जाए तो साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएं।
किसी घरेलू चीज जैसे हल्दी, नींबू, नमक आदि को लगाने की भूल न करें। सीधे एंटीसेप्टिक क्रीम लगाएं। एक साफ कपड़े या पट्टी से घाव को कवर करें लेकिन बहुत जोर से ना बांधें। अब सीधे डॉक्टर के पास जाएं और जांच करवाएं क्योंकि आपको नहीं मालूम कि उस कुत्ते पर रेबीज है या नहीं इसलिए रेबीज़ का एक इंजेक्शन जरूर लें। ध्यान रखें कि आप आठ घंटे के भीतर डॉक्टर से ज़रूर इलाज कराएं। आपके घाव के हिसाब से आगे का ट्रीटमेंट डॉक्टर निर्धारित करेंगे।
