Army MIG-21 Crash: राजस्थान में सेना का Mig-21 विमान क्रैश होकर मकान पर गिरा, 3 लोगों की मौत
Army MIG-21 Crash: राजस्थान से एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है। राजस्थान के हनुमानगढ़ में सोमवार की सुबह भारतीय वायुसेना का मिग-21 लड़ाकू विमान क्रैश हो गया है। विमान ने सूरतगढ़ से उड़ान भरी थी।
Army MIG-21 Crash: राजस्थान से एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है। राजस्थान के हनुमानगढ़ में सोमवार की सुबह भारतीय वायुसेना का मिग-21 लड़ाकू विमान क्रैश हो गया है। विमान ने सूरतगढ़ से उड़ान भरी थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस हादसे में पायलट सुरक्षित है । पायलट और सह-पायलट ने समय रहते ही विमान से छलांग लगा दी और पैराशूट की मदद से सुरक्षित रूप से उतर गए। हालांकि, विमान एक घर पर जाकर गिरा, जिसकी वजह से तीन लोगों की मौत हो गई। मिग-21 विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीणों का जमावड़ा लग गया है।
भारतीय वायुसेना ने बयान जारी कर कहा कि एक मिग-21 विमान नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान सूरतगढ़ के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। साथ ही, उन्होंने कहा कि इसमें पायलट को मामूली चोंटे आईं है, क्योंकि यह समय रहते विमान से बाहर निकल गए थे। दुर्घटना किस कारण से हुई इसका पता लगाने के लिए एक जांच समिति का गठन किया गया है।
#WATCH | Indian Air Force MiG-21 fighter aircraft crashed near Hanumangarh in Rajasthan. The aircraft had taken off from Suratgarh. The pilot is safe. More details awaited: IAF Sources pic.twitter.com/0WOwoU5ASi
— ANI (@ANI) May 8, 2023
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मिग-21 विमान किसी समय में भारतीय वायुसेना की रीढ़ की हड्डी माना जाता था, लेकिन अब ये विमान न तो किसी जंग के लिए तैयार हैं और ना ही उड़ान भरने के लिए फिट हैं। भारतीय वायुसेना वर्ष 1960 से मिग-21 विमानों का उपयोग कर रही है। पाकिस्तान के साथ वर्ष 1971 में हुए युद्ध में मिग-21 ने पूर्वी और पश्चिमी मोर्चों पर जमकर कहर बरपाया और पाकिस्तान के फाइटर विमान को मार गिराया था। कुछ वर्ष पहले हुई बालाकोट एयर स्ट्राइक में भी इन्ही विमानों का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि इस विमान का सुरक्षा रिकॉर्ड काफी बेहतर नहीं रहा है।
इससे पहले जनवरी में भी राजस्थान के भरतपुर में एक प्रशिक्षण अभियान के दौरान दो भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमान एक सुखोई एसयू -30 और एक मिराज 2000 दुर्घटना का शिकार हो गए थे। इस हादसे में एक पायलट की जान चली गई थी। जहां एक विमान मध्य प्रदेश के मुरैना में दुर्घटनाग्रस्त हुआ, वहीं दूसरा दुर्घटनाग्रस्त होकर राजस्थान के भरतपुर में गिरा।
ऐसे ही बीते साल अक्टूबर में अरुणाचल प्रदेश में सेना के हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की दो घटनाएं देखने को मिली थीं। 5 अक्टूबर, 2022 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र के पास एक चीता हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे भारतीय सेना के एक पायलट की मौत हो गई।