Aero India 2023: PM मोदी ने किया एशिया के सबसे बड़े एयरो इंडिया शो का आगाज, 29 देशों के एयर चीफ होंगे शामिल
Aero India 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को बेंगलुरू में येलहंका के वायु सेना स्टेशन में एयरो इंडिया 2023 के 14वें संस्करण का उद्घाटन किया। बेंगलुरु के बाहरी इलाके में वायुसेना के यालहंका सैन्य अड्डे के परिसर में पांच-दिवसीय इस प्रदर्शनी में 809 रक्षा कंपनियों के अलावा 98 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
Aero India 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को बेंगलुरू में येलहंका के वायु सेना स्टेशन में एयरो इंडिया 2023 के 14वें संस्करण का उद्घाटन किया। बेंगलुरु के बाहरी इलाके में वायुसेना के यालहंका सैन्य अड्डे के परिसर में पांच-दिवसीय इस प्रदर्शनी में 809 रक्षा कंपनियों के अलावा 98 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, हमारे रक्षा क्षेत्र ने कुछ वर्षों में एक लंबी यात्रा तय की है। इस यात्रा में रक्षा क्षेत्र ने सफलता के कई पड़ाव पार किए जो आगे चल कर इस क्षेत्र में मज़बूती का स्तंभ बने हैं। एयरो इंडिया भी उन्हीं स्तंभों में से एक है। पीएम मोदी ने कहा, एयरो इंडिया का यह आयोजन भारत के बढ़ते हुए सामर्थ्य का उदाहरण है। इसमें दुनिया की करीब 100 देशों की मौजूदगी होना दिखाता है कि भारत पर पूरे विश्व का विश्वास कितना बढ़ गया है। देश-विदेश के एग्जिबिटर इसमें अपनी भागीदारी कर रहे हैं। इसने अब तक अपने सारे रिकोर्ड तोड़ दिए हैं। इसमें भारतीय MSME भी हैं, स्वदेशी स्टार्ट अप भी है और दुनिया की जानी मानी कंपनी भी है।
पीएम मोदी ने कहा, आज देश नई ऊंचाइयों को छू भी रहा है, और उन्हें पार भी कर रहा है। जब कोई देश, नई सोच, नई अप्रोच के साथ आगे बढ़ता है, तो उसकी व्यवस्थाएं भी नई सोच के हिसाब से ढलने लगती हैं।भारत आज एक पोटेंशियल डिफेंस पार्टनर भी है। आज भारत की संभावनाओं का, भारत की सामर्थ्य का प्रमाण हमारी सफलताएँ दे रही हैं। 21वीं सदी का नया भारत, अब ना कोई मौका खोएगा और ना ही अपनी मेहनत में कोई कमी रखेगा। आज का भारत तेज सोचता है, दूर की सोचता है और तुरंत फैसले लेता है। Aero India की गगनभेदी गर्जना में भी भारत के Reform, Perform और Transform की गूंज है।
पीएम मोदी ने कहा, रक्षा एक एसा क्षेत्र है, जिसकी तकनीक, मार्केट और सतर्कता को सबसे जटिल माना जाता है। हमारा लक्ष्य है 2024-25 तक इसके निर्यात के आंकड़े को डेढ़ बिलियन से बढ़ाकर 5 बिलियन डॉलर तक ले जाया जाए। पीएम मोदी ने कहा, अमृतकाल का भारत एक फाइटर पायलट की तरह आगे बढ़ रहा है, जिसको ऊंचाइयां छूने से डर नहीं लगता। जो सबसे ऊंची उड़ान भरने के लिए उत्साहित है। आज का भारत तेज सोचता है, दूर की सोचता है और तुरंत फैसले लेता है। एक बात और, भारत की रफ़्तार चाहे जितनी तेज हो लेकिन वो हमेशा जमीन से भी जुड़ा रहता है।
पीएम मोदी ने कहा, भारत ने बीते 8-9 साल में अपने यहां डिफेंस के क्षेत्र का कायाकल्प कर दिया है। हम अभी इसे केवल एक शुरुआत मानते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हम वर्ष 2024 -25 तक डिफेंस एक्सपोर्ट को 5 बिलियन डॉलर तक ले जाएंगे। भारत अब डिफेंस उत्पादक देशों में शामिल होने के लिए तेजी से कदम बढ़ाएगा। आज भारत की संभावनाओं और सामर्थ्य का प्रमाण हमारी सफलताएं दे रही हैं। आकाश में गर्जना करते तेजस विमान 'मेक इन इंडिया' की सफलता का प्रमाण है।
पीएम मोदी ने कहा, 21वीं सदी का नया भारत अब ना कोई मौका खोएगा और ना ही अपनी मेहनत में कोई कसर छोड़ेगा। हम कमर कस चुके हैं। जब कोई देश नई सोच और नई अप्रोच के साथ आगे बढ़ता है तो उसकी व्यवस्थाएं भी नई सोच के साथ ढलने लगती हैं। आज का ये आयोजन भारत की नई सोच को भी प्रतिबिंबित करता है। आज ये आयोजन केवल एक शो नहीं है, ये भारत की स्ट्रेंथ भी है और भारत की डिफेंस इंडस्ट्री के स्कोप और सेल्फ कॉन्फिडेंस को भी फोकस करता है। पीएम मोदी ने कहा, यह आयोजन एक और वजह से बहुत खास है। यह कर्नाटक जैसे एक ऐसे राज्य में हो रहा है जिसे तकनीक की दुनिया में विशेष महारत हासिल है। इस आयोजन से एयरो स्पेस और डिफेंस के क्षेत्र में नए अवसर पैदा होंगे। कर्नाटक के युवाओं के लिए नई संभावनाएं पैदा होंगी।