पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने राष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं…..मंत्री साहू ने कहा: छत्तीसगढ़ में पर्यटन की व्यापक संभावनाएं….
रायपुर 25 जनवरी 2021। छत्तीसगढ प्राचीन स्मारकों, दुर्लभ वन्य प्राणीयों, नक्काशीदार मंदिरों, बौद्ध स्थलों, राजमहलों, जलप्रपातां,ेे गुफाओं एवं शैलचित्रों से परिपूर्ण है। यहां ऐतिहासिक पुरातात्विक धार्मिक एवं प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। बीते दो वर्षो के दौरान सरकार ने नई दृष्टि के साथ काम करते हुए पर्यटन विकास को इस तरह क्रियान्वित किया है जिसका सबसे ज्यादा लाभ पिछडे़ क्षेत्रों को मिलेगा।
प्रभु श्रीराम के छत्तीसगढ़ आगमन से जुड़े प्रमाण सरगुजा से लेकर बस्तर तक बिखरे हुए है, इन्हीं विशेषताओं को दृष्टिगत रखते हुए राज्य शासन ने राम वनगमन पर्यटन परिपथ के विकास की योजना तैयार की है।
पहले चरण में विकास के लिए 9 स्थानों का चयन किया गया है, ये स्थान हैं -सीतामढ़ी -हरचैका (कोरिया), रामगढ़ (सरगुजा), शिवरीनारायण (जांजगीर चांपा), तुरतुरिया (बलौदाबाजार), चंदखुरी (रायपुर), राजिम (गरियाबंद), सिहावा सप्त़़ऋषि आश्रम और रामाराम (सुकमा). इन सभी स्थानों में सौंदर्यीकरण, अधोसंरचना निर्माण तथा पर्यटक सुविधाएं विकसित करने का काम शुरू कर दिया गया है।
पर्यटन के क्षेत्र में आय के स्त्रोत बढ़ाने और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए गाईड प्रशिक्षण दिया गया है।
छत्तीसगढ के पर्यटन स्थलों की सुलभ जानकारी पर्यटकों को उपलब्ध कराने राज्य में 8 स्थलों एवं देश में नई दिल्ली, वड़ोदरा एवं जबलपुर सहित 11 स्थानों पर पर्यटन सूचना केन्द्र स्थापित किये गये है। पर्यटकों को आवासीय तथा खान-पान सुविधा उपलब्ध कराने हेतु 16 इकाईयों (होटल/मोटल/रिसाॅर्ट/रेस्टोरेन्ट) का संचालन किया जा रहा है।
कोरबा के हसदेव बांगो जलाशय सतरेंगा में बोट क्लब व फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का संचालन किया जा रहा है साथ ही रिसाॅर्ट में 10 आवासीय कक्ष की सुविधा उपलब्ध है।
चित्रकोट में दंडामी लग्जरी टूरिस्ट रिसाॅर्ट का संचालन जिसमें 26 कक्ष एवं 24 डारमेंट्री की सुविधाएं।
जशपुर से 7 कि.मी. दूर सरना एथनिक रिसाॅर्ट बालाछापर में 24 कक्ष तथा 20 डारमेंट्री की सुविधा प्रदान की गई है।
शैला टूरिस्ट रिसाॅर्ट, मैनपाट में 22 कक्ष तथा 24 डारमेंट्री की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
हरेली इको रिसाॅर्ट मोहदा, बारनवापारा, जिला बलौदाबाजार में 12 कक्ष की सुविधा उपलब्ध है।
बैगा टूरिस्ट रिसाॅर्ट सरोधादादर, जिला कबीरधाम में 37 कक्ष एवं 20 डारमेंट्री की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
सोनभद्र टूरिस्ट रिसाॅर्ट आमाडोब, जिला गौरेला-पेण्डा मरवाही में 12 कक्ष तथा ईको हिल रिसाॅर्ट कबीर चबूतरा (अमरकंटक), जिला गौरेला-पेण्डा मरवाही में 7 कक्ष की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
इको हिल रिसाॅर्ट, कुरदर, जिला बिलासपुर में 06 कक्ष की सुविधा उपलब्ध है।
धनकुल एथनिक रिसाॅर्ट कोण्डागांव में 14 कक्ष की सुविधा प्रदान की गई है।
इसी प्रकार जोहार पर्यटक विश्रामगृह भोरमदेव, जिला कबीरधाम में 4 कक्ष, पर्यटक विश्राम गृह तांदुला, जिला बालोद में 4 कक्ष, पर्यटक विश्राम गृह खुटाघाट जिला बिलासपुर में 4 कक्ष, हिल मैना हाइवे ट्रीट नथियानवागांव जिला कांकेर में 4 कक्ष एवं 16 डारमेंट्री, महेशपुर वे साईड एमिनीटी जिला सरगुजा में 2 कक्ष तथा कोईनार हाईवे ट्रीट कुनकुरी में रेस्टोंरेट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।