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बजट में शिक्षाकर्मियों व अनियमित कर्मचारियों की किस्मत तय करेगा आज का ये कैबिनेट ….आज क्यों बुलायी गयी है कैबिनेट ? खुद मुख्यमंत्री ने कही है ये बात…….इसी कैबिनेट में तय हो जायेगा बजट का पूरा प्रारूप…… पढि़ये ये खबर

बजट में शिक्षाकर्मियों व अनियमित कर्मचारियों की किस्मत तय करेगा आज का ये कैबिनेट ….आज क्यों बुलायी गयी है कैबिनेट ? खुद मुख्यमंत्री ने कही है ये बात…….इसी कैबिनेट में तय हो जायेगा बजट का पूरा प्रारूप…… पढि़ये ये खबर
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By NPG News

रायपुर 8 फरवरी 2020। कुछ घंटों बाद भूपेश कैबिनेट की अहम बैठक शुरू होगी। बजट सत्र के ठीक पहले ये बैठक हो रही है, लिहाजा बजट के पिटारे में क्या कुछ होगा, ये तय इसी कैबिनेट में होगा। खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात की पुष्टि की है, कि बजट पूर्व प्रस्तावों पर इस कैबिनेट में चर्चा होगी। हालांकि अमूमन बजट सत्र से 10 दिन पहले ये कैबिनेट की बैठक होती थी, लेकिन इस बार ये करीब 20 से 25 दिन पहले बैठक हो रही है। मुख्यमंत्री ने कैबिनेट की बैठक को लेकर मीडिया को बताया कि

“बजट के पहले हर बार विभाग के साथ चर्चा की जाती है, चूंकि 10 फरवरी को मुझे अमेरिका जाना है और मेरे लौटने के तुरंत बाद बजट सत्र शुरू होगा, तब वक्त नहीं मिल पायेगा, क्योंकि तब बजट पर चर्चा के बाद उसकी छपाई भी की जानी होती है, इसलिए ये बैठक 8 फरवरी को बुलायी गयी है”

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस बयान के बाद साफ है कि शिक्षाकर्मियों के संविलियन, अनियमित कर्मचारियों के नियमितिकरण सहित कर्मचारी हित से जुड़े बजट के चिर प्रतिक्षित मुद्दों व बजट के अन्य प्रस्तावों की किस्मत इसी कैबिनेट की बैठक में तय होगा।

मुख्यमंत्री पहले ही विभागवार चर्चा कर चुके हैं। विभागों ने अपनी प्रारंभिक प्रस्तावना दे दी है, उनमें से अब मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्रियों की चर्चा कैबिनेट में होगी कि उन प्रस्तावों को स्क्रूटनी कर कितने प्रस्तावों को प्राथमिकता के आधार पर बजट में शामिल किया जाना है। स्कूल शिक्षा मंत्री के साथ जब कुछ दिन पहले बजट पर चर्चा हुई थी, तो उस दौरान संविलियन पर भी बातें हुई थी, हालांकि वो प्रस्ताव बजट में सम्मिलित होगा या नहीं, इसे लेकर अभी कुछ साफ नहीं है।

वित्तीय स्थिति और बजट प्रस्तावों पर सामंजस्य बनाकर ही बजट तैयार किया जाना है। दरअसल इस दफा कर्मचारियों की उम्मीदें इसलिए ज्यादा बढ़ी हुई है क्योंकि कई बार ये बयान आये थे कि पिछला वित्तीय वर्ष किसानों के नाम था और साल 2020 कर्मचारियों के नाम होगा।

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