टिकट का ऐलान : बीजेपी ने प्रत्याशियों के नामों का किया ऐलान…. अंतर्राष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह लगायेगी भाजपा की तरफ से निशाना….इन सीटों के लिए हुआ नामों का ऐलान
पटना 6 अक्टूबर 2020। भाजपा ने बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए अपने 27 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। पार्टी ने भभुआ से रिंकी रानी पांडे को टिकट दिया है। रिंकी रानी भाजपा के दिवंगत विधायक आनंद भूषण पांडे की पत्नी हैं।आनंद का पिछले साल सामयिक निधन हो गया था। उसके बाद हुए उप चुनाव में रिंकी ने पार्टी की सीट बरकरार रखी थी। आजादी के बाद यह पहली बार था जब भभुआ से कोई महिला विधायक बनी हो।
इससे पहले 243 सीटों वाली विधानसभा में से जनता दल यूनाइटेड के हिस्से में 122 जबकि भाजपा के खाते में 121 सीट आई हैं। जदयू के कोटे से जीतन राम माझी की पार्टी 7 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। जबकि भाजपा अपने कोटे से मुकेश सहनी विकासशील इनसान पार्टी को सीटें देगी। इसको लेकर अभी बातचीत हो रही है।
हाल ही में बीजेपी में शामिल होने वाली शूटर श्रेयसी सिंह को भी टिकट मिला है. पार्टी ने उन्हें जमुई से उम्मीदवार बनाया है. श्रेयसी सिंह बिहार के दिग्गज नेता रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी हैं.
Bharatiya Janata Party releases the first list of 27 candidates for #BiharElections2020 pic.twitter.com/vxmymAEd8d
— ANI (@ANI) October 6, 2020
श्रेयसी सिंह ने रविवार को बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी. इसके अलावा पार्टी ने कहलगांव से पवन कुमार यादव, बांका से रामनारायण मंडल, मुंगेर से प्रणव यादव, लखीसराय से विजय कुमार सिन्हा, बाढ़ से ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, काराकाट से राजेश्वर राज को टिकट दिया है.
कौन है श्रेयसी सिंह
अंतरराष्ट्रीय स्तर की निशानेबाज श्रेयसी सिंह के राजनीति में आने की चर्चा बहुत दिनों से थी. श्रेयसी ने 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों में देश के लिए स्वर्ण पदक जीता था. साल 2014 के ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में भी श्रेयसी ने निशानेबाजी की डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक जीता था.खेलों में उनके योगदान को देखते हुए अर्जुन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है. श्रेयसी की मां पुतुल सिंह भी सांसद रही हैं.पुतुल सिंह बांका सीट से लोकसभा चुनाव लड़ती थीं. 2019 के चुनाव में बांका सीट जेडीयू के खाते में चली गई.