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कोरोना वैक्सीन को लेकर इस देश ने दी खुशखबरी, दूसरे टीके को भी मिली मंजूरी…..

कोरोना वैक्सीन को लेकर इस देश ने दी खुशखबरी, दूसरे टीके को भी मिली मंजूरी…..
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By NPG News

नईदिल्ली 15 अक्टूबर 2020। रूस ने कोरोना वायरस की दूसरी वैक्सीन EpiVacCorona को रजिस्टर्ड कर दिया है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को एक सरकारी बैठक में इसका ऐलान किया। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि हमें पहले और दूसरे टीके का उत्पादन बढ़ाने की जरूरत है। हम अपने विदेशी सहयोगियों के साथ सहयोग करना जारी रख रहे हैं और विदेशों में अपने टीके को बढ़ावा देंगे। रूस ने 12 अगस्त को दुनिया की पहली वैक्सीन स्पुतनिक-वी (Sputnik-V) को तीसरे चरण का ट्रायल पूरा होने से पहले ही मंजूरी दे दी थी और अब दूसरी कोरोना वैक्सीन एपिवैककोरोना (EpiVacCorona) को मंजूरी दी है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को देश की दूसरी कोरोना वैक्सीन तैयार होने का एलान किया।

खबरों के मुताबिक, सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को एलान किया कि देश में दूसरी कोरोना वायरस वैक्सीन ‘EpiVacCorona’ को मंजूरी दे दी गई है। शुरुआती परीक्षणों में बढ़िया रिजल्ट दिखाने के बाद वैक्सीन की मंजूरी का फैसला लिया गया। पेप्टाइड आधारित इस एपिवैककोरोना वैक्सीन को साइबेरिया स्थित वेक्टर इंस्टीट्यूट ने विकसित किया है।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दूसरी वैक्सीन का एलान करते हुए कहा कि अब हमें पहली और दूसरी वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने की जरूरत है। इस EpiVacCorona वैक्सीन को साइबेरिया स्थित वेक्टर इंस्टीट्यूट ने बनाया है जो पेप्टाइड आधारित वैक्सीन है और कोरोना से बचाव के लिए इस वैक्सीन की दो खुराक देनी होगी।

करीब 100 वॉलेंटियर्स पर इस वैक्सीन का ट्रायल किया गया है। इस ट्रायल में शामिल होने वाले वॉलेंटियर्स की उम्र 18 से 60 के बीच थी। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इस वैक्सीन का दो महीने तक ट्रायल हुआ है और दो हफ्ते पहले इसका शुरुआती अध्ययन पूरा हुआ है। वैक्सीन के शुरुआती ट्रायल सफल रहे हैं और अध्ययन के पूरा होने के बाद इसे मंजूरी दी गई है।

एपिवैककोरोना वैक्सीन से संबंधित अध्ययन के परिणाम अबतक प्रकाशित नहीं किए गए हैं। वैक्सीन विकसित करने वाले वैज्ञानिकों ने कहा कि यह कोरोना वायरस से बचाव करने के लिए पर्याप्त एंटीबॉडी का उत्पादन करता है और जो प्रतिरक्षा बनाता है, वह छह महीने तक रह सकता है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि क्या टीका व्यापक उपयोग के लिए पेश किया जाएगा, जबकि परीक्षण अभी भी चल रहे हैं।

खबरों के मुताबिक, रूस की उप प्रधानमंत्री ततयाना गोलिकोवा को यह वैक्सीन लगाई गई है। उन्होंने पहले कहा था कि वॉलेंटियर के तौर पर उन्होंने भी शुरुआती ट्रायल में हिस्सा लिया था। गोलिकोवा ने कहा है कि देशभर में 40 हजार लोगों को कोरोना की ‘EpiVacCorona’ वैक्सीन के अगले चरण के ट्रायल के लिए चुना जाएगा।

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