भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच का कड़ा फैसला, सुनकर टूट जाएगा फैंस का दिल…..कांस्य पदक का मुकाबला हारते ही कहा….अब बस इतना ही साथ…..पीएम मोदी से बात करते वक्त भी भावुक हो गये थे कोच
नयी दिल्ली 6 अगस्त 2021। कांस्य पदक से चूकने के बाद गमगीन महिला हॉकी टीम के खेमे से एक बड़ी खबर है। भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच शोर्ड मारिन ने टीम इंडिया को छोड़ने का फैसला कर लिया है। शुक्रवार को मारिन ने टोक्यो ओलंपिक में भारत और ग्रेट ब्रिटेन के बीच कांस्य पदक के लिए खेले गए मुकाबले में हार के बाद कहा कि यह उनका भारत के साथ आखिरी टूर्नामेंट था। शोर्ड मारिन के नेतृत्व में भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उनके कोचिंग निर्देशन में भारतीय महिला हॉकी पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइऩल तक पहुंचने में सफल रही।
ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ करीबी मुकाबले में टीम को 3-4 से हार का सामना करना पड़ा. इस मैच के कुछ घंटे के बाद कोच शोर्ड मारिन ने इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया. नीदरलैंड के इस पूर्व खिलाड़ी ने ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मेरा कोई प्लान नहीं है क्योंकि भारतीय महिलाओं के साथ यह मेरा आखिरी मैच था. यह अब जानेका (शोपमैन) के हवाले है.’यह पता चला है कि शोर्ड मारिन और टीम के विश्लेषणात्मक कोच जानेका शोपमैन दोनों को भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा कार्यकाल विस्तार की पेशकश की गई थी, लेकिन मुख्य कोच ने निजी कारणों से इस प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया.
जानेका शोपमैन के अब फुलटर्म बेसिस पर मारिन का पद संभालने की उम्मीद है. मारिन को 2017 में भारतीय महिला टीम का कोच नियुक्त किया गया था. उन्हें इसके बाद पुरुष टीम का कोच बना दिया गया.हालांकि 2018 में शोर्ड मारिन के फिर से महिला टीम का कोच नियुक्त किया गया. मारिन ने नीदरलैंड के लिए खेला है, और उनकी देखरेख में नीदरलैंड की अंडर -21 महिला टीम ने वर्ल्ड कप खिताब और सीनियर महिला टीम ने 2015 में हॉकी वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल्स में गोल्ड मेडल हासिल किया है.
16 महीने से घर नहीं जा पाए कोच
कोरोना वायरस महामारी के कारण लागू प्रतिबंधों की वजह से कोच शोर्ड मारिन पिछले 16 महीने से अपने घर नहीं जा पाए है. उनके इस्तीफे के फैसले को इससे जोड़कर देखा जा रहा है. अब वो अपने परिवार से मिलना चाहेंगे.