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जुलाई के इस दिन लगेगा साल का तीसरा चंद्र ग्रहण, आपके जीवन पर इसका कितना होगा असर…..जानें कब-कहां और कैसा दिखेगा

जुलाई के इस दिन लगेगा साल का तीसरा चंद्र ग्रहण, आपके जीवन पर इसका कितना होगा असर…..जानें कब-कहां और कैसा दिखेगा
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By NPG News

नईदिल्ली 2 जुलाई 2020. जुलाई माह की 5 तारीख को चंद्रग्रहण लगेगा। विज्ञान जहां चंद्रग्रहण को महज एक खगोलीय घटना मानता है। वहीं ज्योतिष में इसे अशुभ घटना के रूप में देखा जाता है। इसलिए ग्रहण के दौरान कई शुभ कार्यों को वर्जित माना जाता है। जुलाई के पहले सप्ताह में लगने वाला यह चंद्रग्रहण किस समय लगेगा, कितना प्रभावशाली होगा? आपके जीवन पर यह क्या प्रभाव डालेगा और यह कहां दिखाई देगा? इस तरह के कई सवाल आपके जेहन में होंगे, तो चलिए जानते हैं 5 जुलाई को होने वाले चंद्र ग्रहण से जुड़ी सारी जानकारी।

5 जुलाई को लगने वाले इस ग्रहण की शुरूआत सुबह 8 बजकर 37 मिनट से होगी जो 11 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा के दिन लगता है और इस बार ये चंद्र ग्रहण गुरू पूर्णिमा के दिन पड़ रहा है।

साल 2020 का तीसरा चंद्र ग्रहण पांच जुलाई को लगने वाला है। यह ग्रहण भी उपछाया चंद्र ग्रहण होगा। ज्योतिषियों की मानें तो इस ग्रहण का भी कोई धार्मिक महत्व नहीं है।इसके अलावा ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई भी नहीं देगा, इस कारण इस ग्रहण का सूतक काल भी नहीं लगेगा।

इसलिए इस ग्रहण के समय मंदिरों के कपाट भी बंद नहीं किए जाएंगे। इस कारण चंद्रग्रहण का कोई सूतक काल (अशुभ काल) नहीं होगा और न ही ग्रहण का किसी राशि पर नकारात्मक असर पड़ेगा। आपको बता दें कि 5 जून से 6 जुलाई के बीच कुल तीन ग्रहण लगे हैं। ज्योतिषियों की मानें तो यह स्थिति अच्छी नहीं है। इससे पहले भी 5 जून को उपछाया चंद्र ग्रहण लगा था। इस साल की बात करें तो कुल तीन चंद्र ग्रहण और 2 सूर्य ग्रहण इस साल थे। इनमें से दो चंद्र ग्रहण और एक सूर्य ग्रहण लग चुका है। तीसरा चंद्रग्रहण पांच जुलाई को लगेगा।

क्या होता है उपछाया चन्द्रग्रहण
उपछाया चन्द्रग्रहण तब होता है जब सूरज और चंद्रमा के बीच पृथ्वी घूमते हुए आती है, लेकिन यह तीनों एक सीधी लाइन में नहीं होते। ऐसी स्थिति में चांद की छोटी सी सतह पर अंब्र नहीं पड़ती है। पृथ्वी के बीच से पड़ने वाली छाया को अंब्र कहा जाता है। चांद के शेष हिस्से में पृथ्वी के बाहरी हिस्से की छाया पड़ती है। जिसे उपछाया कहा जाता है। इससे पहले दस जनवरी को साल का पहला चन्द्रग्रहण लगा था, वह भी उपछाया चंद्र ग्रहण था।

वर्ष 2020 के चार चंद्र ग्रहण और दो सूर्य ग्रहण का संयोग है। दो चंद्र ग्रहण और एक सूर्य ग्रहण बीत चुका है। तीसरा चंद्रग्रहण पांच जुलाई को और चौथा और अंतिम चंद्रग्रहण 30 नवंबर को लगेगा। वहीं, बीते 21 जून को पहला सूर्य ग्रहण लगा और दूसरा सूर्य ग्रहण साल के अंतिम माह 14 दिसंबर को देखने को मिलेगा।

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