नई दिल्ली 9 मार्च 2020 एक नाबालिग लड़की आए दिन बीमार रहती थी तो परिवार वाले उसे एक तांत्रिक के पास ले गए. तांत्रिक ने परिवार वालों से कहा कि आप बाहर बैठो, मैं अंदर इसका इलाज करता हूं. कुछ देर बाद परिवार वालों को चीख सुनाई तो वे अंदर भागे. कुटिया में लड़की बिना कपड़ों के खटिया पर पड़ी थी और वहां खून बह रहा था. दिल दहला देने वाला यह घटना गुजरात के पाटन की है
पाटन जिले के एक गांव में रहने वाली दलित परिवार की एक नाबालिग लड़की आए दिन बीमार रहती थी. उसके परिवार वालों ने कई जगह इलाज कराया लेकिन उसे कोई फायदा नहीं हुआ
जब लड़की कहीं ठीक नहीं हुई तो परिवार वाले राधनपुर के एक तांत्रिक के पास पहुंचे. तांत्रिक ने पांच रविवार रोज आने को कहा लेकिन जैसे ही तांत्रिक ने लड़की को देखा तो उसकी नीयत बिगड़ गई. उसने शुक्रवार रात को ही लड़की को लेकर आने को कहा
परिवार वाले लड़की को लेकर शुक्रवार रात को तांत्रिक की कुटिया पर पहुंचे. तांत्रिक अपने एक साथी के साथ लड़की को मंदिर के पीछे बनी कुटिया में ले गया और परिवार वालों को बाहर ही बैठने को कहा.कुछ देर बाद ही लड़की की चीख सुनाई दी तो परिवार के लोग भागकर कुटिया के अंदर घुसे. अंदर देखा तो लड़की खटिया पर बेहोश पड़ी थी और उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे. खटिया पर खून बिखरा हुआ था. तांत्रिक और उसका साथी मौके से भाग चुके थे
परिवार वालों ने तुरंत लड़की को हॉस्पिटल पहुंचाया और पुलिस में मामला दर्ज करवाया. पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत पाखंडी तांत्रिक और उसके साथी की तलाश में जुट गई है.
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